नई दिल्लीः इस बार का कोरोना संक्रमण इतना ज्यादा घातक है कि वह देखते ही देखते ऑक्सीजन स्तर को तेजी से नीचे गिरा रहा है। इससे परिवार के सभी लोगों में घबराहट पैदा हो रही हैं. वह अपने मरीजों की जान बचाने के लिए कंट्रोल रूम से लेकर सीएमओ दफ्तर तक का चक्कर काट रहे हैं. मगर बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं हो पा रही है. ऐसे में लोग घर पर ही ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम करने में जुटे हैं, मगर सभी के लिए यह संभव नहीं हो पा रहा है।
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भर्ती होने की जरूरत नहीं
विशेषज्ञों के अनुसार जिनका ऑक्सीजन 90 से ऊपर है उन्हें भर्ती होने की जरूरत नहीं है. इसके नीचे ऑक्सीजन होने पर भी घर में रहकर कुछ विशेष उपायों से जान बचाई जा सकती है. केजीएमयू के रेसिपेट्री मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ सूर्यकांत त्रिपाठी कहते हैं कि जिनका ऑक्सीजन स्तर 94 या उसके ऊपर हैं उन्हें सिर्फ डॉक्सीसाइक्लिन की डोज प्रदेश सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के तहत लेनी है।
वहीं जिनका ऑक्सीजन 94 या 90 के बीच है उनको आईवरमेकिटीन या डॉक्सीसाइक्लिन के साथ स्टेरायड इत्यादि में से कोई डॉक्टर के परामर्श के अनुसार लेनी है, और जिनका एस्पीओटू 90 से नीचे जा रहा है, उनको अस्पताल में भर्ती होना चाहिए या ऑक्सीजन सपोर्ट पर घर पर ही रहना चाहिए दवाई परामर्श के अनुसार लेते रहें।
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भर्ती ना मिलने पर करें यह उपाय
डॉ सूर्यकांत त्रिपाठी कहते हैं कि 90 से नीचे ऑक्सीजन का स्तर जाने पर मरीज को भर्ती होने की सलाह दी जाती है. मगर जब तक वह भर्ती नहीं होते घर पर ही ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करें उपयुक्त परामर्श के अनुसार अपनी दवाई लेते रहें। साथ ही पेट के बल लेटकर प्रोन वेंटिलेशन करें सीने के पास मुलायम तकिया लगा कर लेटे हुए लंबी सांस लें. और फिर छोड़ें इससे 5 से 10 फीसद तक ऑक्सीजन का स्तर बढ़ रहा है. घबराए नहीं, परिस्थितियों का मुकाबला करें कहीं दो वे मरीजों का यह प्रयोग सफल रहा है. ऑक्सीजन जब 90 के ऊपर स्थिर हो जाए तो ऑक्सीजन सपोर्ट हटा सकते हैं।