नई दिल्ली(Oxygen Supply): पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर दिन प्रतिदिन अनियंत्रित होती जा रही है और संक्रमितों की संख्या के नए नए रिकॉर्ड बनते जा रहे हैं। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छतीसगढ़, दिल्ली और गुजरात सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में शामिल हैं। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या की वजह से ऑक्सीजन की मांग काफी बढ़ गई है। परिणाम स्वरूप ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति ठीक से नहीं हो पा रही है। स्थिति बेकाबू होते देख केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन की खपत करने वाले उद्योगों से मदद मांगी है। साथ ही उद्योगों को जाने वाले ऑक्सीजन सप्लाई पर पाबंदी भी लगा दी है।
Delhi में खुला Oxygen Bar , शुद्ध हवा के लिए चुकानी पड़ेगी कीमत
राजस्थान सरकार कितनी है तैयार
कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत हो रही है। राजस्थान सरकार ने इसको लेकर अहम कदम उठाया है। सरकार ने ऑक्सीजन उत्पादन करने वाली इकाइयों को अपनी विशेष निगरानी में रखते हुए सबसे पहले राजस्थान के मरीजों को ऑक्सीजन हर हाल में मुहैया कराने के लिए जबरदस्त तैयारियां की हैं। भिवाड़ी के कहरानी औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित आईनॉक्स एयर प्रोडक्ट्स व हरचंदपुर स्थित लिंडे इंडिया लिमिटेड उद्योग इकाइयों में प्रशासन के उच्च अधिकारी पैनी नजर बनाए हुए हैं। जिसमें आईनॉक्स उद्योग इकाई में एक डेस्क तैयार किया गया है। जो वहां से ऑक्सीजन की सप्लाई की पूरी मॉनिटरिंग कर रहा है।
दिल्ली को भी ऑक्सीजन देगा राजस्थान
जानकारी के अनुसार आइनॉक्स इकाई प्रतिदिन 120000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन कर पा रही है। जिसमें प्राथमिकता के आधार पर राजस्थान को 65000 लीटर ऑक्सीजन सप्लाई करने की बाध्यता रखी है। इसके बाद मध्य प्रदेश व दिल्ली को सप्लाई दी जाएगी।
अलवर कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार की पॉलिसी के अनुसार ऑक्सीजन का क्षेत्रों में आवंटन किया जा रहा है। जिनसे ऑक्सीजन की अधिक से अधिक मात्रा में सप्लाई राजस्थान में की जा सके। ऑक्सीजन की सप्लाई को अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए भी अलग से इंतजाम किए गए हैं। ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले टैंकरो में जीपीआरएस लगाया गया है ताकि ट्रकों की लोकेशन पर नजर रखी जा सके। साथ में पुलिस की टीम को भी साथ में लगाया गया है।