पोखरण.2 :अटल विहारी वाजपेयी के इस कदम से दंग रह गई थी दुनिया
11 मई 1998 का दिन पूरे भारत के लिए गौरव का दिन है। इस दिन भारत ने दुनिया में विज्ञान के क्षेत्र में अपना झंडा गाड़ दिया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेई और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की अगुआई में यह मिशन कुछ इस तरह से अंजाम दिया गया की दुनिया उसे याद कर आज भी दंग रह जाती है।
पोखरण की सफलता के बाद इस दिन को ‘National Technology Day ‘के रूप में मनाया जाने लगा। देशवासियो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोखरण की कामयाबी को याद करते हुए बधाई दी है। 11 मई 1998 को पोखरण में भारत के परमाणु परीक्षण की 22वीं वर्षगांठ पर देश के वैज्ञानिकों और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व को सलाम किया है। इस परिक्षण के बाद तात्कालिक प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेई लोगों की जुबान पर छा गए थे। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की अगुआई में यह मिशन कुछ इस तरह से अंजाम दिया गया कि पूरी दुनिया की आंखे फटी रह गई थी
प्रधानमंत्री मोदी ने पोखरण की कामयाबी को याद करते हुए बधाई दी
पीएम मोदी ने कहा, ‘नेशनल टेक्नॉलजी डे पर हम उन सभी को सलाम करते हैं जो दूसरों की जिंदगी में तकनीक के जरिए सकारात्मक बदलाव लाते हैं। हम 1998 में आज के दिन हमारे वैज्ञानिकों की असाधारण उपलब्धि को याद करते हैं। यह भारत के इतिहास का एक मील का पत्थर है, ऐतिहासिक क्षण है।’
On National Technology Day, our nation salutes all those who are leveraging technology to bring a positive difference in the lives of others. We remember the exceptional achievement of our scientists on this day in 1998. It was a landmark moment in India’s history.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 11, 2020
11 मई 1998 को पोखरण की 22वीं वर्षगांठ पर देश के वैज्ञानिकों और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व को सलाम किया है। न्यूक्लियर टेक्नॉलजी में भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि को याद करने के लिए ही 11 मई को नैशनल टेक्नॉलजी डे मनाया जाता है। इस मौके पर पीएम ने ट्वीट कर कहा, ‘नेशनल टेक्नॉलजी डे पर हम उन सभी को सलाम करते हैं जो दूसरों की जिंदगी में तकनीक के जरिए सकारात्मक बदलाव लाते हैं। हम 1998 में आज के दिन हमारे वैज्ञानिकों की असाधारण उपलब्धि को याद करते हैं। यह भारत के इतिहास का एक मील का पत्थर है, ऐतिहासिक क्षण है।’
Today, technology is helping many in the efforts to make the world free from COVID-19. I salute all those at the forefront of research and innovation on ways to defeat Coronavirus. May we keep harnessing technology in order to create a healthier and better planet.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 11, 2020
प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में एक वीडियो को शेयर करते हुए पीएम ने लिखा, ‘1998 में पोखरण परीक्षण ने यह भी दिखाया कि एक मजबूत राजनीतिक नेतृत्व किस तरह का फर्क ला सकता है। ‘मन की बात’ के एक प्रोग्राम में मैंने पोखरण, भारतीय वैज्ञानिकों और अटल जी के उल्लेखनीय नेतृत्व में मैंने ये बातें कही थीं।’ पीएम मोदी ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के राजनीतिक नेतृत्व को सलाम किया।
The tests in Pokhran in 1998 also showed the difference a strong political leadership can make.
Here is what I had said about Pokhran, India’s scientists and Atal Ji’s remarkable leadership during one of the #MannKiBaat programmes. pic.twitter.com/UuJR1tLtrL
— Narendra Modi (@narendramodi) May 11, 2020
कोविड-19 से मुक्त करने के प्रयासों में आज तकनीक मददगार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि तकनीक आज दुनिया को कोरोना से मुक्त करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने लिखा, ‘दुनिया को कोविड-19 से मुक्त करने के प्रयासों में आज तकनीक मददगार है। मैं कोरोना वायरस को हराने के लिए रिसर्च और इनोवेशन के सभी अगुवाओं को सलाम करता हूं। हम एक स्वस्थ और बेहतर पृथ्वी बनाने में तकनीक को समृद्ध करते रहें, यही प्रार्थना है।’
वैज्ञानिक समुदाय के अतुलनीय योगदान : राष्ट्रपति
आज के इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी देशवासियों के लिए बधाई संदेश में लिखा कि ‘1998 के परमाणु परीक्षणों की वर्षगांठ को चिह्नित करते हुए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर साथी नागरिकों को बधाई। इस अवसर पर हम राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाने में वैज्ञानिक समुदाय के अतुलनीय योगदान का जश्न मनाते हैं।’
1998 के परमाणु परीक्षणों की वर्षगांठ पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर सभी देशवासियों को बधाई। इस अवसर पर, हम राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाने में वैज्ञानिक समुदाय के अतुलनीय योगदान की सराहना करते हैं।
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 11, 2020
अटल और कलम की जोड़ी ने दुनिया को आश्चर्य में डाला
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने आज ही के दिन राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण कर दुनिया इ सामने देश को साबित किया। 11 मई और 13 मई को भारत ने 5 परमाणु परीक्षण किए जिससे अमेरिका, पाकिस्तान समेत कई देश दंग रह गए थे। इससे पहले 1974 में इंदिरा गांधी की सरकार ने पहला परमाणु परीक्षण (पोकरण-1) कर दुनिया को भारत की ताकत का लोहा मनवाया था, इसे ऑपरेशन ‘स्माइलिंग बुद्धा’ नाम दिया गया था।