नई दिल्लीः देश में कोरोना आने के बाद से ही वैक्सीन की खोज शुरू हुई, जिससे इस वायरस के बढ़ते प्रसार को रोका जा सके। क्योंकि डॉक्टर्स से लेकर एक्सपर्ट्स तक का मानना है कि वैक्सीन ही फिलहाल कोरोना को रोकने का एकमात्र कारगर जरिया है। लेकिन वही कई ऐसे मामले भी है जो वैक्सीन लेने के बाद भी लोग संक्रमण का शिकार हो रहे। आइये जानते है इसकी मुख्य वजह-
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रिसर्च के अनुसार
बता दें की न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन की रिसर्च के अनुसार, यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास साउथवेस्टर्न मेडिकल सेंटर में 8121 कर्मचारियों ने कोविड-19 का vaccine लगवाया था। इनमें से महज 4 में बाद में संक्रमण देखने को मिला। वहीं, 14,990 कर्मचारियों को यूसी सैन डिएगो हेल्थ एंड डेविड जेफेन स्कूल ऑफ मेडिसिन में टीका लगाया गया, दूसरी डोज के कुछ हफ्तों बाद संक्रमण के सिर्फ 7 मामले सामने आए।
वैक्सीन के बाद संक्रमण की वजह
- ऐसे कठिन समय में लोग अपने आप को एक्स्ट्रा इम्यून समझकर मास्क पहनने, हाथ धोने, सैनेटाइजर का यूज करने और सोशल डिस्टेंसिंग पर सुरक्षा उपायों का पालन नहीं करते।
- कुछ लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होने की वजह से।
- 80 से 90 परसेंट आबादी के टीकाकरण तक सर्तकता बनाए रखना जरूरी।
- वैक्सीनेशन के बाद डॉक्टर्स द्वारा बताए गए जरूरी नियमों का पालन नहीं करना ।
- वैक्सीन की दूसरी खुराक समय पर नहीं लेना या न लगवाना भी एक अहम वजह है ।
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Vaccine के बाद भी जरुरी है सावधानी
दरअसल लोगों को लगता है कि वैक्सीन लगवाने से संक्रमण का खतरा पूरी तरह से खत्म हो जाता है तो ये गलत है। कोई भी मौजूदा वैक्सीन इंफेक्शन से 100% सुरक्षा की गारंटी नहीं देती। वैक्सीनेशन के बाद आपकी बॉडी वायरस के जानलेवा परिणामों से बचाने का काम करती है। इसलिए वैक्सीन लगवाने के बाद भी कोरोना के लिए जारी सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें।