नई दिल्लीः देश में भले ही कोरोना मामलों में कमी आ रही है लेकिन कोरोना महामारी का डर लोगों के मन में बैठ चूका है. इसकी बानगी मेरठ जिला कारागार में देखने को मिली। जेल में बंद विशेष पैरोल पर छूटे कैदी ने घर जाने से इंकार कर दिया। उसका कहना है कि वह यहां सुरक्षित है। इसकी जानकारी जेल प्रशासन ने शासन को भेज दी है।
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43 कैदियों को विशेष पैरोल
बता दें की जिला कारागार से अब तक 326 बंदी अंतरिम जमानत पर दो माह के लिए छोड़े गए हैं, जबकि शासन के आदेश पर 43 कैदियों को भी विशेष पैरोल मिली थी। इनमें से 42 जा चुके हैं, जबकि एक कैदी ने जाने से इंकार कर दिया। उसका कहना है कि कोरोना के मद्देनजर बाहर की स्थिति अधिक खराब है। जेल में वह सुरक्षित महसूस कर रहा है, इसलिए उसे विशेष पैरोल की जरूरत नहीं है।
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जेल अधीक्षक बीडी पांडेय
वरिष्ठ जेल अधीक्षक बीडी पांडेय ने बताया कि कैदी ने न जाने की बात लिखकर दी है, जिसे शासन को भेज दिया गया है। वहां से भी उसे जेल में रहने की स्वीकृति मिल गई है। इससे इतर प्रदेश की नौ जेलों में बंद 23 कैदियों ने घर जाने से इंकार कर दिया। सभी ने लिखकर दिया है कि वह विशेष पैरोल का लाभ नहीं लेना चाहते। यहां वह सुरक्षित हैं। जेल अधीक्षक ने बताया कि कैदी का नाम आशीष है। वह गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर का रहने वाला है। दहेज हत्या के मामले में आया था।उसका कहना है कि सजा पूरी करने के बाद ही जेल से जाएगा।