नई दिल्लीः देश में कोरोना संकट के दौरान पारंपरिक औषधियों को प्राथमिकता देने की जरूरत सभी वर्गाें ने बताई। राजस्थान सरकार ने औषधिय व आयुर्वेदिक पौधे घर-घर वितरित करने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत सरकार ने शेखावाटी यूनिवर्सिटी औषधीय पार्क बनाने का निर्णय लिया गया है। इस पार्क में कई औषधिय पौधे लगाए जाएंगे।प्रत्येक औषधीय पौधे के पास बोर्ड लगाकर उसका नाम व उपयोगिता लिखी जाएगी।
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पहला हर्बल पार्क
बता दें की यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो.भागीरथ सिंह ने बताया कि बारिस शुरू होने से पहले ही पौधों को लगाने का काम शुरू किया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। पौधे खरीदने को लेकर निविदा आमंत्रित की गई है। पौधों की देखभाल के लिए अभी से कार्मिकों को तैनात करने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के किसी भी यूनिवर्सिटी में यह पहला हर्बल पार्क होगा।
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210 करोड़ का प्रावधान
इस योजना के दौरान पहले चरण में बड़े पौधे लगाए जाएंगे, जिससे शीघ्र विकसित हो सके।उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने प्रदेश में घर-घर औषधीय व आयुर्वेदिक पौधे वितरित करने के लिए 210 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा है। पहले चरण में 30 लाख से ज्यादा पौधे वितरित करने की योजना है. योजना को अमल में लाने के लिए जिला स्तर पर टास्क फोर्स बनाई जा रही है।