जनतंत्र डेस्क, Rajasthan: राजस्थान की सियासत में फिर हलचल होने लगी है। गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की है। जिसमें शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर मंत्री पद छोड़ने की पेशकश की है। इस पत्र को तीनों मंत्रियों का इस्तीफा ही माना जा रहा है।
जयपुर पहुंचे राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने तीनों मंत्रियों के इस्तीफे की जानकारी दी। माकन ने कहा कि 30 जुलाई को जब मंत्रियों से मिला था, तो हमारे कुछ मंत्रियों ने मंत्री पद छोड़कर संगठन में काम करने की इच्छा जताई थी। हमारे तीन होनहार मंत्रियों गोविंद सिंह डोटासरा, हरीश चौधरी और रघु शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। मंत्री पद छोड़ने की पेशकश की है। तीनों ने पार्टी संगठन के लिए काम करने की इच्छा जताई है। ऐसे होनहार मंत्री संगठन में काम करना चाहते हैं, तभी तो इस्तीफा दिया है।
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माना जा रहा है राजस्थान सरकार के मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल हो सकता है। मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा कई दिनों से है। पार्टी सभी नेताओं के बीच संतुलन बनाने और खींचतान कम करने के लिए बड़े फेरबदल की तैयारी में है। अब तीन मंत्रियों के इस्तीफे की पेशकश को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
एक व्यक्ति एक पद का फॉर्मूला हो सकता है लागू
सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान सरकार में फेरबदल के साथ ही एक व्यक्ति को एक ही पद दिया जाएगा। अभी राजस्थान सरकार में ऐसे कई मंत्री हैं जिनके पास एक से ज्यादा पद हैं। खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कई पदों पर काबिज हैं। डोटासरा शिक्षा मंत्री के साथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का जिम्मा संभाल रहे थे। राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब और स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को गुजरात प्रभार बनाया गया था। तब से ही यह माना जा रहा था कि संगठन में पद वाले मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर किया जाएगा। तीन मंत्रियों के इस्तीफे की पेशकश के बाद इनका मंजूर होना तय माना जा रहा है।
12 नए मंत्री बनने की खबरें
तीन मंत्रियों के इस्तीफों के बाद गहलोत मंत्रिमंडल में अब 12 जगह खाली हो जाएगी। पहले सीएम सहित 21 मंत्री थे, अब तीन जगह और खाली होने से यह संख्या 18 रह जाएगी। मौजूदा हालत में 12 नए मंत्री बनना तय हो गया है।
गौरतलब है कि, लंबे समय से राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और गहलोत खेमों में खींचतान चल रही है। कई मौकों पर ये लड़ाई साफ नजर आई। अब राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन इसी झगड़े को सुलझाने और मंत्रिमंडल विस्तार के लिए जयपुर आ गए हैं। ऐसे में माना जा रहा है राजस्थान कांग्रेस जल्द नए कलेवर और फ्लेवर में नजर आने वाली है।