जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबुधाबी पर हूती विद्रोहियों के हमले के बाद सऊदी अरब ने इस संगठन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन ने देर रात हूती केंद्रो पर बम बरसाए। सोमवार को हूती विद्रोहियों ने अबुधाबी के एयरपोर्ट के पास ड्रोन हमला कर दिया था। जिससे तेल के टैंकर में विस्फोट हो गया। इस हादसे में 2 भारतीयों समेत 3 लोगों की मौत हो गई थी।
UAE: अबुधाबी एयरपोर्ट के पास तेल के 3 टैंकरों में धमाका, तीन की मौत
अबुधाबी पर हमले के बाद सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन के फाइटर जेट्स ने यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों के केंद्रों पर बमबारी की। सऊदी की अगुआई वाली गठबंधन सेना और हूती विद्रोहियों के बीच लंबे वक्त से संघर्ष जारी है। इस संघर्ष की शुरुआत 2015 में हूती विद्रोहियों के यमन की राजधानी सना पर कब्जा के बाद हुई थी। अरब देशों और यमन के हूती विद्रोहियों के बीच कई बार वार-पलटवार हुआ है। पिछले साल 2021 में हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब में भी हमला किया था।
हूती विद्रोही कौन हैं?
हूती विद्रोही शिया इस्लाम को मानते हैं। जिनका कब्जा उत्तरी यमन के ज्यादातर हिस्सों में है। यहां हूती सुन्नी इस्लाम का विरोध करते हैं और उसकी विचारधारा के खिलाफ बोलते हैं। तालिबान की तरह ही हूती विद्रोहियों ने 2015 में यमन की राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था। जिसके बाद यमन के राष्ट्रपति अब्दरबू मंसूर हादी को देश छोड़कर भागना पड़ा था। सऊदी अरब हादी का समर्थन करता है, इस वजह से वो विद्रोहियों के खिलाफ हवाई हमला करता है। यहां तक की यमन की सेना का एक धड़ा भी हूती विद्रोहियों के सपोर्ट में है।