जोधपुर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान कांग्रेस(Pilot vs Gehlot) में चल रही उठापटक और खींचतान को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट पर तंज कसा। साथ ही राजस्थान सरकार के द्वारा की जा रही विधायकों और एमएलए की फोन टैपिंग मामला में जो हो रहा है उसको लेकर भी सवाल खड़े किए ।
शेखावत ने की टिप्पणी
शेखावत ने कहा कि सचिन पायलट को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत और उनके सिपहसलारों ने जो टिप्पणी की है, वह जगजाहिर है। आज उनको लेकर जिस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं, वह भी सबको मालूम है। सचिन पायलट जब नाराज होकर चले गए थे तो उस समय उनके बारे में किस तरह का अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया। उनको गद्दार, भगौड़ा, धोखेबाज, नकारा, नाकाबिल, निकम्मा तक कहा गया। वहीं फिर एक बार गलबहियां करते हुए दिखाई दिए और अब जब दूरियां वापस बढ़ने लगी हैं। अबकी बार उनको क्या उपनाम और क्या उपाधियां दी जाएंगी, इसकी तैयारी लगता है, सचिन पायलट ने भी कर ली होगी।
केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि पिछले वर्ष जब फोन टैपिंग का मामला सामने आया था, तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में और मीडिया के सामने कहा था कि राजस्थान में यह परंपरा नहीं है, लेकिन बाद में विधानसभा में उन्हीं के मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि हमने लीगल तरीके से टेलीफोन टैप किए हैं।
शेखावत ने कहा कि मेरी जानकारी में आया है कि कांग्रेस पार्टी के ही कुछ विधायकों ने मुख्यमंत्री से इस बात की शिकायत की है कि उनके टेलीफोन टैप किए जा रहे हैं। यह वैध है या अवैध यह मै साबित नहीं कर सकता , मुझे लगता है कि राज्य सरकार और कांग्रेस की मुखिया को इस बात का स्पष्टीकरण देना चाहिए।