नई दिल्ली : कोरोना काल में जिस प्रकार गरीबों की सेवा की खातिर पूरे भारत वर्ष से सैकड़ों एनजीओ मैदान में उतर गए हैं उसी क्रम में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का एक छोटा से एनजीओ ने समाजसेवा में काफी अहम रोल अदा किया है, आइये आपको रूबरू कराते हैं स्माइल वेलफेयर फाउंडेशन से, जी हाँ अब इस फाउंडेशन ने कोरोना महामारी के समय में क्या क्या कार्य किया आइये बताते हैं आपको…
ऐसे हुई शुरुआत
इस फाउंडेशन की शुरुआत आज से ढाई वर्ष पहले देश के विभिन्न झुग्गी झोपड़ियों व मलीन बस्तियों में निवास करने वाले गरीब और असहाय दिहाड़ी मजदूरों के बच्चों को शिक्षा देने के लिए की गयी थी, यह फाउंडेशन सिर्फ एक संगठन ही नहीं अपितु गत 2 .5 वर्ष पहले लखनऊ विश्वविद्यालय के युवा छात्र छात्राओं द्वारा छेड़ा गया एक ऐसा आंदोलन है जो अपने उद्देश्य को सफल बनाने के लिए निरंतर करबद्ध है।
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यह फाउंडेशन उत्तर प्रदेश सरकार की सोसाइटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1860/21 के तहत दिनांक 03 दिसंबर 2018 से पंजीकृत व मार्च 2021 से एनजीओ दर्पण, नीति आयोग भारत सरकार द्वारा सूचीबद्ध है।
जरूरतमंदों की करते हैं मदद
यह फाउंडेशन गरीब बच्चों को शिक्षा देने के अलावा अन्य भी समाजसेवा सम्बन्धी कार्य करती है जैसे कि पिछले वर्ष कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन में इस संगठन के द्वारा उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कई मलीन बस्तियों में राशन, मास्क व सैनिटाइजर का समुचित वितरण कराया गया, इसके साथ ही फाउंडेशन में आईटी प्रोफेशनल के पद पर कार्यरत दिव्यांशु चतुर्वेदी व उनकी टीम के द्वारा उनके गृह जनपद सिद्धार्थ नगर में करीब 1000 घर पर तैयार कराये गए मास्क का वितरण कराया गया.
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इस फाउंडेशन में इनकी है अहम भूमिका
प्रदीप सिंह (सचिव SWF)
प्रशांत सिंह (अध्यक्ष SWF)
उत्कर्ष कुमार (उपाध्यक्ष SWF)
रजत यादव (उपाध्यक्ष SWF)
ई दिव्यांशु चतुर्वेदी (आईटी प्रोफेशनल SWF)
दीपांजलि राय (सदस्या)
साक्षी पाण्डेय (सदस्या)
धर्मेंद्र रावत (सदस्य)