जनतंत्र डेस्क Sudha Chandran: टीवी की जानी-मानी अभिनेत्री और डांसर सुधा चंद्रन कई सालों से एयरपोर्ट पर एक बड़ी परेशानी का सामना कर रही हैं। एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर अपना दुख बयां किया। दरअसल, सुधा चंद्रन सालों पहले एक ऐक्सिडेंट में अपना एक पैर गंवा बैठी थीं। उसके बाद सुधा चंद्रन को आर्टिफिशल लिंब यानि पैर लगाया गया था। लेकिन जब भी वह बाहर ट्रैवल करती हैं तो एयरपोर्ट पर उन्हें रोक लिया जाता है और उन्हें अपना आर्टिफिशल लिंब उतारने के लिए कहा जाता है। जो काफी तकलीफ वाली बात है।
अब सुधा चंद्रन ने वीडियो शेयर अपना दुख जाहिर किया। इस वीडियो में सुधा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस व्यवस्था को बदलने की गुहार लगाई थी। जिसके बाद अब सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनसे इस असुविधा के लिए माफी मांगी है। इसके अलावा तेलंगाना और यूपी सरकार ने भी इसके लिए कदम उठाने की बात कही है।
Sudha Chandran: वीडियो में क्या कहा था ?
सालों से इस परेशानी से जूझ रही सुधा चंद्रन ने वीडियो में पीएम मोदी से कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने कहा कि, यह एक बहुत ही पर्सनल चीज है जो मैं हमारे प्रिय प्रधानमंत्री मोदी जी को बताना चाहती हूं। यह मेरी केंद्र और राज्य सरकारों से अपील है। मेरा नाम सुधा चंद्रन है और मैं पेशे से एक ऐक्ट्रेस और प्रफेशनल डांसर हूं। मैंने आर्टिफिशल पैर के साथ डांस करके इतिहास रचा और अपने देश को गौरवान्वित किया। लेकिन जब भी मैं प्रफेशनल विजिट्स पर जाती हूं तो मुझे हर बार एयरपोर्ट पर रोका जाता है। जब मैं सिक्यॉरिटी और सीआईएसएफ ऑफिसर्स से रिक्वेस्ट करती हूं कि प्लीज मेरे आर्टिफिशल लिंब के लिए ईटीडी टेस्ट कर दीजिए, तो वो फिर भी मुझे मेरा आर्टिफिशल लिंब उतारकर उन्हें दिखाने के लिए कहते हैं।’
सुधा चंद्रन ने कहा कि, ‘मोदी जी क्या यह इंसानियत के तौर पर संभव है? क्या हमारा देश इसी के बारे में बात कर रहा है? क्या एक महिला दूसरी महिला को इसी तरह इज्जत देती है? मोदी जी मैं आपसे रिक्वेस्ट करती हूं कि जिस तरह आप सीनियर सिटीजन को कार्ड देते हैं ताकि वो कह सकें कि सीनियर सिटीजन हैं, उसी तरह हम लोगों के लिए भी कुछ इंतजाम करें।’
सुधा का ये मार्मिक मैसेज सरकार तक पहुंचा और सिविल एविएशन मिनिस्टर, ज्योतिरादित्य ने उनसे माफी मांगी। सिंधिया ने कहा कि, इस घटना के लिए मुझे दुख है और अब वे पर्सनली इस मामले को देख रहे हैं। इसके अलावा उन्हें तेलंगाना के DIG की ओर से भी आगे परेशानी न होने का आश्वासन दिया गया है।
CISF ने मांगी माफी
CISF ने भी ट्विटर के जरिए सुधा चंद्रन से माफी मांगी और लिखा, मिस सुधा चंद्रन को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है। प्रोटोकॉल के मुताबिक, प्रोस्थेटिक को सिक्योरिटी चेकअप के दौरान कुछ विशेष परिस्थितियों में ही निकालने के लिए कहा जाता है। हम इस बात की जांच करेंगे कि महिला CISF अफसर ने चेकिंग के दौरान प्रोस्थेटिक निकालने के लिए क्यों कहा और ये बात आगे सुनिश्चित करेंगे कि यात्रियों को कोई भी असुविधा ना हो।