नई दिल्ली : संयुक्त अरब अमीरात के पहले पारम्परिक हिंदू मंदिर की बुनियाद का काम (फाउंडेशन वर्क) अगले महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा. बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) की ओर से अबू धाबी में 45 करोड़ दिरहम (करीब 888 करोड़ रुपये) की लागत से इस मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. अबू धाबी के अबू मुरेईखाह पर 27 एकड़ में इस मंदिर का क्षेत्र फैला है.
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भारत से आये हैं पत्थर
प्रोजेक्ट इंजीनियर के मुताबिक बुनियाद के निर्माण का काम फाइनल स्टेज में है जो ग्राउंड लेवल से 4.5 मीटर ऊपर है. इस फाउंडेशन में दो सुरंग हैं. इन सुरंगो के लिए पत्थर भारत से आए हैं. इन पत्थरों को बिछाने का काम अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगा. फाउंडेशन का काम अप्रैल के अंत तक खत्म होने के बाद मई के महीने तराशे हुए पत्थर असेम्बल करने का काम शुरू हो जाएगा। BAPS की ओर से हाल में मंदिर निर्माण कार्य को लेकर एक वीडियो जारी किया.
बनेगा विशाल प्राचीन मंदिर
मंदिर के लिए अधिकतर पत्थर तराशने का काम भारत में राजस्थान और गुजरात के संगतराशों ने किया है. हाथों से तराशे गए इन पत्थरों में भारत की समृद्ध संस्कृति और इतिहास की झलक दिखने के साथ अरब प्रतीक भी होंगे. इसमें रामायण, महाभारत समेत हिन्दू पुराणों के प्रसंगों से जुड़े चित्र होंगे. मंदिर का निर्माण प्राचीन हिंदू शिल्प शास्त्र के मुताबिक किया जा रहा है.