लखनऊ- लोकसभा चुनाव के लिए सपा-बसपा और आरएलडी की तीसरी रैली मंगलवार को आगरा में होगी। महागठबंधन की तीसरी रैली में बसपा सुप्रीमो मायावती शामिल नहीं होगी। दरअसल, आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में चुनाव आयोग ने मायावती के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए 48 घंटों तक प्रचार करने पर रोक लगा दी है।
चुनाव आयोग हुआ सख्त
चुनाव आयोग ने मायावती के अलावा सीएम योगी पर भी 72 घंटों के लिए रोक लगाई है। दोनों नेताओं पर ये रोक मंगलवार सुबह 6 बजे से शुरू होगी। इसके साथ ही सीएम योगी और मायावती सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी नहीं कर पाएंगे और न ही इंटरव्यू दे पाएंगे।
क्या बोले थे माया-योगी
मायावती ने देवबंद में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुस्लिम वोटर्स से उनके पक्ष में मतदान करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि मुसलमान अपनो वोट बंटने ना दें और गठबंधन को ही वोट करें। वहीं, सीएम योगी ने एक रैली में संबोधन के दौरान कहा था कि अगर विपक्ष को अली पसंद है तो हमें बजरंग बली पसंद है।
11 रैलियां करेंगे माया-अखिलेश और अजित
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में सपा-बसपा और आरएलडी ने अपने प्रत्याशियों की जीत और बीजेपी को हराने के लिए मतदाताओं के बीच संयुक्त रूप से रैलियां करने का निर्णय लिया है। गठबंधन की इन संयुक्त रैलियों से यह संदेश भी जाएगा कि इसमें शामिल दलों के कार्यकर्ता एकजुट हैं और बीजेपी के मुमकिन को अपने प्रयासों से नामुमकिन में बदलने को तैयार हैं। समाजवादी पार्टी नेता राजेन्द्र चैधरी के अनुसार अखिलेश यादव, मायावती और अजित सिंह मिलकर 11 रैलियां करेंगे।
सपा-बसपा और आरएलडी के बीच गठबंधन
लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और आरएलडी के बीच सूबे की 80 सीटों पर गठबंधन हुआ है। 80 सीटों पर बसपा 38, सपा 37 और आरएलडी 03 सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगी। जबकि दो सीटें कांग्रेस(अमेठी और रायबरेली) के लिए छोड़ दी गई है।