नई दिल्ली: Tokyo Paralympics: अवनी लेखारा ने टोक्यो पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली देश की पहली महिला पैरा एथलीट बनने के बाद इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज कराया। बता दें कि 19 वर्षीय निशानेबाज ने सोमवार को महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग (एसएच1 क्लास) में पहला स्थान हासिल किया। यह अवनी का एक उल्लेखनीय प्रदर्शन था, जिसमें उन्होंने चीन की मौजूदा चैंपियन झांग क्यूपिंग और यूक्रेन की इरिना शचेतनिक को हराया, जो क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं।
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Tokyo Paralympics: ममता भूपेश ने लिखा अवनि को पत्र
अवनि की उपलब्धि की सराहना करते हुए, राजस्थान सरकार ने उन्हें राज्य में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के लिए ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया है। राजस्थान की महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने पत्र में लिखा, “स्वर्ण पदक जीतकर आपने देश और राज्य को गौरवान्वित किया है। आपके दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत ने देश को यह ऐतिहासिक जीत दिलाई है और मुझे आशा है कि आप अपने समर्पण से राजस्थान की सभी लड़कियों को प्रेरित करती रहेंगी। मुझे इस पर गर्व है। मैं आपको ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त करती हूँ।”
Tokyo Paralympics: अवनि ने अभिनव बिंद्रा से ली प्रेरणा
अवनि को पहली बार 2015 में उनके पिता ने खेल से परिचित कराया था, जब वह उन्हें जगतपुरा शूटिंग रेंज में ले गए थे। यह शूटिंग रेंज कोच चंद्रशेखर के अधीन था। स्वर्ण पदक विजेता ने आखिरकार एक साल बाद प्रगति करना शुरू कर दिया। अवनी ने महान अभिनव बिंद्रा से प्रेरणा ली, जो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं, जिन्होंने बीजिंग 2008 में उपलब्धि हासिल की। अवनी के पास तीन और इवेंट हैं -10 मीटर एयर राइफल प्रोन मिक्स्ड (R3), 50 मीटर राइफल प्रोन मिक्स्ड (R6) और 50 मीटर राइफल 3-पोजिशन वुमन (R8) – मेगाइवेंट में आने वाले दिनों में लाइन में हैं।