Union Budget 2020 : वित्त मंत्री ने महिलाओं के लिए कई बड़े ऐलान किए
नई दिल्ली : Union Budget 2020 में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को मोदी सरकार 2.0 के दूसरे बजट को पेश किया, इस बजट को लेकर देश की जनता को सरकार से काफी उम्मीदें थी, वहीं आपको बता दें कि मोदी सरकार को नई उम्मीदें और नई चुनौतियां, अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। आज मोदी सरकार की ओर से बजट पेश कर दिया गया है, केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने दूसरी बार संसद में बजट का पिटारा खोला है, इसमें वित्तमंत्री ने शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं के लिए कई बंपर योजनाओं का ऐलान किया है। अगर शिक्षा की बात करें तो इस बार शिक्षा पद्धति से लेकर इसकी नीतियों में कई बदलाव किए गये हैं।
Union Budget 2020 में शिक्षा में कई बदलाव
- शिक्षा में बड़े निवेश के लिए नई शिक्षा नीति का ऐलान
- शिक्षा के लिए FDI का प्रस्ताव
- शिक्षा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी कोर्स पर जोर रहेगा
- इसके साथ ही वित्तमंत्री ने ‘स्टडी इन इंडिया’ कार्यक्रम की शुरुआत की घोषणा की है
- डिप्लोमा कोर्स के लिए 2021 तक नए संस्थान लाए जाएंगे
- शहरी निकाय में छात्रों को इंटर्नशिप के मौके देंगे
- स्किल इंडिया के लिए 3000 करोड़ आवंटित
बता दें कि सरकार पहले से ही देशवासियों की सेहत सुधारने पर काफी जोर दे रहा है, वहीं फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतरमण ने हेल्थ सेक्टर को लेकर भी कई घोषणाएं की हैं।
- स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए करीब 69 हजार करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रावधान रखा गया है
- वहीं आयुष्मान भारत योजना में अस्पतालों की संख्या को बढ़ाए जाने की बात कही गयी है
- 2024 तक सभी जिलों में जन औषधि केंद्र के विस्तार का प्रस्ताव
- इसके साथ ही वित्तमंत्री ने 2025 तक टीबी खत्म करने के लिए ‘टीबी हारेगा देश जीतेगा’ अभियान की शुरूआत करने की घोषणा की है
शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी आम सुविधाओं के साथ इस बजट में काफी हद तक वित्तमंत्री ने महिलाओं के हितों को साधने की कोशिश की है। फिर चाहे उनके स्वास्थ्य की बात हो, शिक्षा की बात या चाहे उनके विकास की, लड़कियां लड़कों से कम नहीं, ये कहते हुए वित्तमंत्री ने बजट में इन सभी बातों का ध्यान रखा।
- सीतरमण ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के शानदार नतीजे देखने को मिले हैं..
- स्कूलों में लड़कियों का दाखिला लड़को से ज्यादा हुआ
- महिला योजना के लिए वित्तमंत्री ने 28,600 करोड़ का आवंटन किया है
- वहीं महिलाओं और बच्चों के पोषण आहार के लिए 35,300 करोड़ आवंटित किए गये हैं
- महिलाओं के पोषण और सेहत को ध्यान में रखते हुए टास्क फोर्स का प्रस्ताव रखा गया है
- इसके अलावा लड़कियों के मां बनने की उम्र तय करने पर विचार करने की बात बजट में कही गई
शिक्षा, स्वास्थ्य, खुशहाली और महिला सुरक्षा, ये वो मुद्दे हैं भारत की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ विकास के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है,सरकार ने पूरी कोशिश की है इन क्षेत्रों में वो ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचा सके।