नई दिल्लीः केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान में 11.5 लाख कोविड वैक्सीन की बर्बादी पर अशोक गहलोत सरकार पर आरोप लगते हुए कई सवाल खड़े किए है. शेखावत ने कहा कि जितनी वैक्सीन राज्य में खराब हुई हैं, उनसे तो 10 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हो सकता था। उन्होंने गहलोत सरकार पर ग्लोबल टेंडर के नाम पर सस्ती लोकप्रियता के लिए शिगूफा छोड़ने का आरोप भी लगाया।
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केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह
बता दें की जोधपुर सांसद केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने टीकाकरण को लेकर कहा कि सबसे पहले राजस्थान के मुखिया ने आगे बढ़कर कहा था कि हमें अनुमति दें, हम 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन स्वयं लगा लेंगे। फिर ग्लोबल टेंडर का नाटक किया। जब इसमें सफल नहीं हुए तो केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ रहे हैं, जबकि राज्य में कूड़े में वैक्सीन मिले हैं।
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राज्य में वैक्सीन की बर्बादी
वैक्सीन की उपलब्धता के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन को लेकर प्रोटोकॉल तय किया है। पूरा रोडमैप तैयार है। वैक्सीन देने में भेदभाव के आरोपों को नकारते हुए शेखावत ने कहा कि जनसंख्या और प्रदर्शन के अनुसार राज्यों को वैक्सीन दी जा रही है। बाहर की कंपनियों को भी देश में वैक्सीन बनाने की अनुमति दी गई है।अगस्त तक 30 करोड़ वैक्सीन और उपलब्ध होंगी। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि दिसंबर यानी आठ महीने में देश के प्रत्येक नागरिक का वैक्सीन करा लिया जाएगा।
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विपक्ष पर सवाल उठाते हुए शेखावत ने कहा कि अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा वैक्सीन लगाने वाला देश भारत है। 21 करोड़ वैक्सीन डोज हमारे यहां लग चुकी हैं। उन्होंने पूछा कि 135 आबादी को कौन सा देश इतनी कम अवधि में वैक्सीन लगा सकता है।