जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में कांग्रेस की महिला नेता रीता यादव को अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी। रीता यादव सुल्तानपुर में पीएम की रैली के दौरान काले झंडे दिखाने के बाद चर्चा में आई थी। हालांकि महिला को गोली मारने के पीछे पीएम को काले झंडे दिखाए जाने का संबंध है या नहीं इसको लेकर अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
रीता यादव को गोली लगने के बाद उन्हें आनन-फानन में सीएचसी लंभुआ में भर्ती किया गया। बाद में बेहतर इलाज के लिए सुल्तानपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। गोली रीता यादव के पैर में लगी है। मौके पर पहुंचकर सर्किल ऑफिसर लंभुआ सतीश चंद शुक्ला ने पीड़िता का बयान दर्ज किया है।
यूपी कांग्रेस ने इस घटना के बाद योगी सरकार और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को घेरा है।
तीन लोगों ने ओवरटेक कर मारी गोली
अपने बयान में पीड़िता रीता यादव ने कहा, ‘’मैं पोस्टर बैनर बनवाने सुल्तानपुर गई थी, वहां से घर जा रही थी, उसी समय हाईवे पर लंभुआ के पास तीन लोगों ने ओवर टेक करके मेरी बोलेरो को रोका और गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। ”मेरे ड्राइवर की कनपटी पर पिस्टल लगा दिया, मैंने जब उन्हें इस पर एक तमाचा मारा तो उन्होंने मुझे गोली मार दी। गोली मेरे पैर में लगी और तब तक बदमाश भाग निकले।”
पीएम को काला झंडा दिखाने के बाद जेल
दरअसल, 16 नवंबर को पीएम मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण कर कूरेभार स्थित अरवल कीरी में सभा कर रहे थे। तभी रीता यादव ने उन्हें काला झंडा दिखाया था। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दो दिन बाद रीता को जमानत मिली। रीता यादव 17 दिसंबर को लखनऊ में कांग्रेस में शामिल हुई थीं।