नई दिल्ली : यूपी रेरा (UP Rera) ने लखनऊ और दिल्ली-एनसीआर के 9 बिल्डरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इन सभी ने अपने प्रोजेक्टों का पंजीकरण नहीं कराया है। यूपी रेरा ने 11 और 18 मार्च को अलग-अलग बिल्डरों को साक्ष्य के साथ तलब किया है। चेतावनी दी है कि अगर स्पष्टीकरण सहीं नहीं हुआ तो प्रोजेक्ट की कुल कीमत का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाएगा।
UP Rera ने 10 प्रतिशत जुर्माने की दी चेतावनी
यूपी रेरा ने दिल्ली-एनसीआर के एएसजी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, सन वर्ल्ड सिटी प्राइवेट लिमिटेड, उप्पल चड्ढ़ा हाईटेक डेवलपर्स, सुपरटेक टाउनशिप प्रोजेक्ट लिमिटेड और लखनऊ के मयूर इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट, पैसिफिक हैबिटेट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, कामाक्षी इंफ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, होमलैंड रियल एस्टेट कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर्स और यूनीशायर इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
- प्रोजेक्ट रजिस्ट्रेशन नहीं कराने वालों पर RERA की कार्रवाई
- प्रोजेक्ट पंजीकरण नहीं कराने पर नौ बिल्डरों को कारण बताओ नोटिस
- 11 और 18 मार्च को अलग-अलग बिल्डरों को सबूत के साथ तलब किया
- स्पष्टीकरण सही नहीं होने पर जुर्माने की दी चेतावनी
- कुल कीमत का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाएगा
बता दें इससे पहले सीएम योगी आदित्य नाथ ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में पहले रेरा कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया था। सीएम योगी ने बताया था कि होम बायर्स के लिए रेरा का गठन किया गया है। मनुष्य एक खानाबदोश की तरह जिंदगी नहीं गुजार सकता, उसे सिर छुपाने के लिए आवास चाहिए। रेरा ने बिल्डर्स की समस्याओं को खत्म करने में बड़ा काम किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रेरा (real estate regulatory authority) ने घर खरीदने वालों के मन में विश्वास पैदा किया है।