नई दिल्ली : अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने चांद को लेकर एक रोमांचक घोषणा की है नासा ने चंद्रमा की सनलाइट सतह में पानी पाए जाने की घोषणा की है (Water on Moon) ये एक बड़ी सफलता है बड़ी बात ये है कि चंद्रमा की सतह पर यह पानी सूरज की किरणें पड़ने वाले इलाके में खोजी गई है इस बड़ी खोज से न केवल चंद्रमा पर भविष्य में होने वाले मानव मिशन को बड़ी ताकत मिलेगी बल्कि, इनका इस्तेमाल पीने और रॉकेट ईंधन उत्पादन के लिए भी किया जा सकेगा इस पानी की खोज नासा की सोफिया ने की है सोफिया ने चंद्रमा के दक्षिणी गोलार्ध में स्थित,पृथ्वी से दिखाई देने वाले सबसे बड़े गड्ढों में से एक क्लेवियस क्रेटर में H2O का पता लगाया है वहीं इससे पहले खबर आई थी कि नासा की मिशन मून को लेकर कुछ महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है, जो चांद पर जीवन की संभावना ढूंढने के अभियान में मददगार साबित होगी बता दें कि पिछले कई रिसर्च में इस बात का पता चला था कि चंद्रमा पर हाईड्रोजन है लेकिन पानी को लेकर पुष्टि नहीं हुई थी ।
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नासा प्रमुख जिम ब्रिडेंस्टाइन का कहना है कि तीन अलग-अलग परियोजनाओं में चंद्र लैंडर का निर्माण करने की परियोजना है. आर्टेमिस की पहली उड़ान 2021 के नवंबर के लिए निर्धारित की गई है. जिसे मानव रहित किया जाएगा. इसके बाद आर्टेमिस 2023 में चंद्रमा की कक्षा में अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाएगा, लेकिन जमीन पर नहीं उतरेगा. इस परियोजना के अंत में आर्टेमिस अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर चंद्रमा की सतह पर उतरेगा. यह चंद्रमा की सतह पर एक सप्ताह तक रुकने के साथ ही कुछ साधारण गतिविधि भी करेगा ।