नई दिल्ली : देशभर में लॉकडॉउन चल रहा हैं और इस लॉकडाउन के दौरान धरती पर जैव विविधता (World Earth Day)बढ़ने के साथ साथ पृथ्वी पर भी काफी हद तक सुधार देखने को मिला है वहीं आपको बता दें कि 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता हैं , साथ ही चिंता भी जताई जाती रही है कि पृथ्वी की सेहत ठीक करने के लिए जरूरी कदम सख्ती के साथ उठाने होंगे।
World Earth Day 22 April
कोरोना संक्रमण के बीच एक अच्छी बात यह सामने आई हैं कि धरती के (World Earth Day) सेहत में सुधार आया है, तापमान भी ज्यादा नहीं बढ़ रहा है और जैव विविधता बढ़ रही है। पेड़ों की कटाई, पानी की बर्बादी और प्रदूषण के चलते पृथ्वी पर संकट छाया हुआ है। तापमान में भी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है और इसे कम करने के प्रयास भी कागरगर नहीं हो रहे थे।
पर्यावरणविद जीपी मिश्र ने क्या कहा ?
इस बीच पर्यावरणविद जीपी मिश्र का कहना है कि लॉक डाउन तो मानों धरती की सुरक्षा के लिए वरदान बन गया हैं और जिसकी कल्पना भी नहीं कर सकते थे वो काम हुआ है इन दिनों में , सभी सोचकर विचार ही करते थे उपाय नहीं निकल रहा था।
यह लॉकडाउन तो पृथ्वी की सेहत के लिए वरदान बन गया है। परिवहन बन्द हैं, लोग भी घरों से नहीं निकल रहे हैं। इसका सीधा सा प्रभाव यही दिखाई दे रहा है कि तापमान अभी पिछले वर्षो की तुलना में कम है। जीव जन्तु भी बिना परेशानी घूम रहे हैं इससे जैव विविधता दिखने लगी है जो पृथ्वी की सेहत के लिए उपयोगी है। जल संरक्षण पर काम करने वालों का कहना है कि पानी की बर्बादी भी रूकी है और जल संरक्षण भी होने लगा है। पिछले वर्षो में इस दिन हम लोग पृथ्वी की सेहत की चिन्ता करते थे लेकिन इस वर्ष पृथ्वी की सेहत में सुधार देखकर खुश हैं।