नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाए जाने के मोदी सरकार के फैसले से पाकिस्तान पूरी तरह से बौखला गया है। वह भारत के खिलाफ एक के बाद एक कदम उठा रहा है। पहले उसने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार को रोक दिया तो अब पड़ोसी देश ने समझौता एक्सप्रेस के परिचालन पर भी रोक लगा दी है।
मोदी सरकार ने 5 अगस्त को ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने का फैसला लिया। साथ ही घाटी के पुनर्गठन के लिए भी बिल पेश किया। भारत के इस कदम से पाकिस्तान बौखला गया है। मंगलवार को पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार पर रोक लगाने का फैसला किया।
इसके साथ ही भारत के साथ राजनीयिक संबंधों को खत्म करते हुए पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त को वापस भारत जाने का आदेश दिया था और भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त को वापस अपने देश लौटने के लिए कहा था। पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए 9 वायुमार्गों में से तीन मार्ग बंद कर दिए हैं।
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन और घाटी से धारा 370 को हटाये जाने का मुद्दा यूएन में भी उठाया है। यूएन में पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने कहा कि आज मैंने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के चीफ स्टाफ मारिया लुईसा रिबेरो वियोटी से मुलाकात की। उनके सामने कश्मीर पर भारत के फैसले के बारे में जानकारी दी और कहा कि सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का अनुपाल कराने के लिए यूएन को दखल देना चाहिए।