Milkha Singh Jayanti: मिल्खा सिंह भारत के काफी प्रसिद्ध धावक थे। जिन्होंने पूरे देश को कई पुरस्कार दिलवाये। बता दें कि, मिल्खा ने अपने करियर की शुरुआत में भारतीय सेना में सेवी की थी। आज यानी 20 नंवबर को उनकी जयंती है। वह एक राठौर राजपूत सिख परिवार में जन्मे हैं। वह एशियाई खेलों के साथ-साथ राष्ट्रमंडल खेलों में 400 मीटर में गोल्ड जीतने वाले एकमात्र एथलीट बने थे।
भारत के लिए ये-ये योगदान
भारत में एथलेटिक्स में मिल्खा सिंह के योगदान ने उन्हें देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री से नवाजा गया। एथलीट का अंतरराष्ट्रीय करियर 1956 में शुरू हुआ जब उन्होंने मेलबर्न ओलंपिक खेलों में 200 मीटर और 400 मीटर प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया। 1958 में जब मिल्खा ने कटक में भारत के राष्ट्रीय खेलों में 200 मीटर और 400 मीटर के रिकॉर्ड बनाए और एशियाई खेलों में उसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते।
ये हैं कुछ दिलचस्प किस्से
दुनिया के महान धावक का जन्म 20 नंवबर 1929 को गुलाम भारत में जन्म हुआ था। वे 15 भाई-बहन थे। भारत-पाक विभाजन के कारण वह दिल्ली आ गए थे। 1958 और 1962 में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। वर्ष 1960 में रोम ओलंपिक में 40 साल पुराना कीर्तिमान तोड़कर नया कीर्तिमान बनाया था। खेल में उनके योगदान देने के लिए भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया। उनके नाम करीब 20 मेडल हैं। उन्होंने 1962 में निर्मल कौर से शादी की थी।