Madhya Pradesh का नाम बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया
नई दिल्ली : देशभर में दरिंदों की दरिंदगी कम होने का नाम नहीं ले रही है। लगातार बढ़ती दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही है।चाहे वो भारत का कोई भी कोना हो हर दिन रेप केस के मामले सुर्खियों में बने रहते है। ऐसे हीआपको बता देते है कि मध्य प्रदेश के अंदर 2 सालों में 28 दुष्कर्म के मामले सामने आए थे, जिनमें सभी आरोपियों को मौत की सजा सुनाई जा चुकी है।
बीते दिनों दुष्कर्म की 2 घटनाएं सामने आई
ऐसे ही बीते दिनों 2 घटनाएं सामने आई है जिसमें एक हैदराबाद डॉक्टर महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद आग के हवाले कर दिया था। दुसरी घटना उत्तर प्रदेश उन्नाव की है। दरिंदों ने दुष्कर्म करने के बाद युवती को आग के हवाले कर दिया था। बता दें कि पीड़ित युवती को बचाने के लिए लाख कोशिश की गई पर बचाई नहीं जा सकी युवती ने अपना दम तोड़ दिया है।
मध्यप्रदेश में 28 दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई
आंकड़ों के मुताबिक मध्यप्रदेश में 2018 में दुष्कर्म के 19 मामले दर्ज किए गये थे, जिसमें 18 मामले नाबालिग लड़कियों से जुड़े थे। जिसमें सभी आरोपियों को मौत की सजा सुनाई गई और 2019 में 9 दुष्कर्म की घटनाएं दर्ज कराई गई थी, जिसमें 9 आरोपियों को भी मौत की सजा सुनाई गई है। मध्य प्रदेश सरकार की स्थाई अदालतों में आरोपियों के खिलाफ जल्द ही कड़ी सख्त कार्रवाई की गई और आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई। जिसके वजह से मध्यप्रदेश का नाम बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया । जिनमें से 18 मामले नाबालिग लड़कियों से संबंधित थे