उत्तर प्रदेश: अयोध्या के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासित फैसला आने के बाद राम मंदिर निर्माण की तैयारियां काफी तेज हो गई है। इस कड़ी में राम मंदिर के लिए 2100 किलो का घंटा तैयार किया जा रहा है। देश का सबसे बड़ा विवाद कोर्ट की तारीखों से गुजरता हुआ ‘ सारी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करते हुए आखिरकार अपनी मंजिल पर पहुंच ही गया। और अब इस फैसले के बाद मंदिर निर्माण को लेकर जो तैयारियां चल रही है। मंदिर के लिए 2100 किलों के विशाल घंटे को तैयार किया जा रहा है। सबसे बड़ी बात ये है कि विशाल घंटा मुस्लिम और हिन्दू कारीगर मिल कर बना रहे है।
- राम मंदिर के लिए घंटा हो रहा है तैयार
- राम मंदिर में लगेगा 2 टन का विशाल घंटा
- मुख्य द्वार पर लगेगा सबसे बड़ा घंटा
- 3 महीने में 100 कारीगर करेंगे तैयार
- हिंदू और मुस्लिम कारीगर मिलकर तैयार कर रहे घंटा
ऐसा कहा जा रहा है कि ये घंटा देशभर के सभी मंदिरों की तुलना में सबसे बड़ा और भारी घंटा होगा है। इसका वजन ही करीब 2100 किलो है। इन घंटों में पीतल के साथ अन्य धातुओं को भी शामिल किया गया है। घंटा उद्योग से 100 कारीगर इसे बनाने में जुटे है। इसे तैयार करने में करीब तीन महीने का वक्त लगेगा । रामलला के लिए बन रहे इस विशाल घंटे की कीमत 12 से 15 लाख रुपए बताई गई है। यह घंटा विशाल घंटा बना रहे है। इस घंटे को जलेसर की मिट्टी से बनाया जा रहा है। जिसकी वजह से घंटे में झंकार अच्छी बजती है।मिट्टी की ये खासियत कहीं और नहीं मिलेगी।
जलेसर पूरी दुनिया मे घुंघरू और घंटी उद्योग के लिए प्रसिद्ध
एटा का जलेसर पूरी दुनिया मे घुंघरू और घंटी उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। यहां परंपरागत कोयले की भट्टियों और फर्मों से मिट्टी के सांचे से घंटे बनाए जाते हैं। विकास मित्तल का कहना है- इससे पहले भी इनकी फैक्ट्री में बने घंटे देश के कई प्रसिद्ध मंदिरों में लगे हुए हैं। कटप्पा मंदिर, चार धाम मंदिर, बड़ा हनुमान जी मंदिर भिंड, राजस्थान के हनुमान गढ़ में शनिदेव मंदिर और उत्तर भारत के कई मंदिरों के घंटे इनकी फैक्ट्री के ही बने हैं। जलेसर के घुंघरू कई फिल्मों में भी फिल्माए है।
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद सुस्त पड़ा घंटा व्यवसाय अब जलेसर में तेजी से चलने लगा है व्यवसायियों में घंटे के आर्डर को लेकर काफी खुशी है। व्यवसायियों को उम्मीद है कि राम मंदिर के लिए बन रहे घंटे से जिले के व्यवसाय देश में अपना अलग मुकाम बना पायेगा