जाने क्यों मनाया जाता है Baisakhi का पर्व
आज देश के अलग – अलग हिस्सों में बैसाखी (Baisakhi) का पर्व मनाया जा रहा है। बता दे कि इस दिन पकी हुई फसल को काटने की शुरुआत हो जाती है। वहीं आज के दिन सिख धर्म की स्थापना भी हुई थी। देशभर में लॉकडाउन के चलते लोग घर में रह कर ही इस बार बैसाखी (Baisakhi) का पर्व मना रहे हैं।
बता दे कि 3 अप्रैल 1699 के दिन सिख पंथ के 10वें और अंतिम श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी, इसके साथ ही इस दिन को (Baisakhi) मनाना शुरू किया गया था। आज का दिन सौर नव वर्ष की शुरुआत के रुप में भी मनाया जाता है।
वहीं बता दे कि पंजाब और हरियाणा के अलावा ये पर्व असम में भी मनाया जाता है। जहां कुछ हिस्सों में पकी हुई फसल को काटने की तैयारी के लिए ये पर्व मनाया जाता है। तो कुछ हिस्सों में जैसे असम में पक्की हुई फसल को काटकर मंडियों में बेच चुके होते हैं। जहां आय की खुशी में जश्र मनाया जाता है।