नई दिल्ली : देश के अग्रणी बैंकों में से एक पंजाब नेशनल बैंक को हज़ारों करोड़ों का चुना लगाकर विदेश फरार हुए नीरव मोदी के खिलाफ जहाँ विभागीय कार्यवाही जारी है, वहीं अब ऋण वसूली अधिकरण (डीआरटी) पुणे ने अपने आदेश से नीरव की मुश्किलों में इज़ाफ़ा कर दिया है। डीआरटी ने अपने आदेश में कहा है कि नीरव मोदी व उनके सहयोगी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को ब्याज के साथ 7300 करोड़ रुपये की राशि चुकता करे।
बता दें कि नीरव मोदी के विदेश फरार होने के बाद ED और आयकर विभाग ने बड़ी कार्यवाही करते हुए अब तक नीरव की कई करोड़ की संपत्ति को जब्त किया है, जबकि ये कार्यवाही अभी भी जारी है। हाल ही में सिंगापुर उच्च न्यायालय ने नीरव को झटका देते हुए उसके ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड में पंजीकृत पवेलियन प्वाइंट कॉर्प कंपनी के खाते को फ्रीज करने का आदेश दिया था, जिसके लाभकारी नीरव के बहन-बहनोई मयंक मेहता और पूर्वी मोदी हैं। इस खाते में 44 करोड़ से अधिक की धनराशि जमा थी।
अदालत ने यह आदेश प्रवर्तन निदेशालय के उस अनुरोध पर दिया जिसमें कहा गया था कि इस खाते में मौजूद राशि अपराध का परिणाम है। इसमें पीएनबी घोटाले की रकम को अवैध तरीके से भेजा गया है। गौरतलब है कि स्विट्जरलैंड के अधिकारियों ने 27 जून को नीरव मोदी और उसकी बहन के चार स्विस खातों से लेनदेन पर रोक लगा दी थी। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी थी। भारत में नीरव मोदी के खिलाफ चल रहे आपराधिक धन शोधन (मनी लांड्रिंग) मामले के तहत यह कार्रवाई की गई थी। सूत्रों ने बताया था कि वर्तमान में इन खातों में कुल 283.16 करोड़ रुपये जमा हैं।