जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को देश का आम बजट पेश किया। लेकिन आम आदमी को कोई राहत नहीं मिली। इस बजट में सबसे ज्यादा उम्मीद टैक्स स्लैब में बदलाव की लगाई जा रही थी। लेकिन वित्त मंत्री ने टैक्स में कोई बदलाव नहीं किया। वहीं, रसोई के रास्ते मिडिल क्लास पर हावी होने वाली महंगाई पर भी इस बजट में कोई राहत नहीं मिली।
Budget 2022-23: बजट के बाद क्या महंगा क्या सस्ता, देखें पूरी लिस्ट
कोरोना महामारी के बीच बढ़ती मंहगाई और टैक्स स्लैब में बदलाव की उम्मीद टूट गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में टैक्स स्लैब को लेकर कुछ नहीं कहा। यानी टैक्स स्लैब में जिस दर से पहले टैक्स लगता था, उसी तरह लगेगा।
वहीं वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि ITR में गड़बड़ी को सुधार करने के लिए 2 साल का समय मिलेगा। कॉर्पोरेट टैक्स को 12 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी करने का एलान कर दिया है। वहीं, आरबीआई डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगी, पर निवेश के जरिए क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगा दिया है। यानी क्रिप्टोकरेंसी भी टैक्स के दायरे में आ जाएगी और क्रिप्टोकरेंसी से आय पर 30 फीसदी का टैक्स लगेगा। कटे, पॉलिश हीरे और रत्नों पर कस्टम ड्यूटी को घटाकर 5% किया जाएगा।
बजट में महिलाओं के लिए क्या
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट में महिलाओं को ध्यान रखते हुए कहा, हमारी सरकार ने महिला और बाल विकास मंत्रालय की मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य, सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 जैसी योजनाओं को व्यापक रूप से नया रूप दिया है। इस दौरान वित्त मंत्री ने महिलाओं के लिए से कोई ऐलान नहीं किया।