नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने सालों से लंबित पड़े मामलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में सीजेआई ने मामलों के निपटारे के लिए पीएम मोदी से कोर्ट में जजों की संख्या बढ़ाने की अपील की है।
पीएम मोदी को लिखी इस चिट्ठी में जजों की रिटायरमेंट की समय सीमा को बढ़ाने का भी जिक्र किया गया है। सीजेआई ने कहा कि जजों की रिटायरमेंट आयु सीमा को बढ़ाकर 65 की जानी चाहिए। बता दें कि इस समय ये आयु सीमा 62 है। सीजेआई गोगोई ने कहा कि हाई कोर्ट के जजों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए।
सीजेआई गोगोई ने कहा कि लंबित मामलों के निपटारे के लिए सरकार सेवानिवृत्त जजों को फिक्स कार्यकाल के लिए नियुक्त करने की व्यवस्था लागू कर सकती है। लंबित मुकदमों का जिक्र करते हुए सीजेआई ने कहा कि 26 मुकदमे 25 साल, 100 से ज्यादा मुकदमे 20 साल, करीब 600 मुकदमे 15 साल और 4980 मुकदमे पिछले दस साल से चल ही रहे है।
हाईकोर्टस में 44 लाख मामले पड़े लंबित
जानकारी के बता दें कि अभी सुप्रीम कोर्ट में जजों के 31 पद हैं, जो स्वीकृत हैं। वहीं, सरकारी आंकड़ों की बात करें तो अभी हाई कोर्ट्स में करीब 44 लाख और सुप्रीम कोर्ट में 58,700 मामले लंबित पड़े हैं।