नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या में हर रोज इजाफा देखने को मिल रहा है,(corona in india)अब तक देश में 7000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, कोरोना के काल से निपटने के लिए पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया हुआ है। हालांकि इस लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाए या नहीं आज इस पर केंद्र सरकार अपना फैसला सुना सकती है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सभी राज्यों के मुख्यमंन्त्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा कर रहें हैं।
Corona in india आखिरी लॉकडाउन 14 अप्रैल
कोरोना संकट को देखते हुए 24 मार्च को देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया गया था. 25 मार्च से शुरू हुए देशभर का आखिरी लॉकडाउन 14 अप्रैल है, इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर रहे हैं, माना जा रहा है कि इस बैठक में देश में लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाए या नहीं, इस पर फैसला हो सकता है।
पीएम मोदी ने सुझाव पर क्या कहा
इस बैठक में पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के मौजूदा हालात को लेकर चर्चा की साथ ही कोरोना वायरस से निपटने के लिए राज्यों से सुझाव भी मांगे पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि वो आप सभी के लिए 24*7 उपलब्ध है, पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगी तभी देश को इस महामारी से बचाया जा सकता हैं।
केजरीवाल की लॉकडाउन बढ़ाने की मांग
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस बैठक में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की मांग की है, सीएम केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन बढ़ाए जाने का फैसला राष्ट्रीय स्तर पर होना चाहिए, राज्य अपने स्तर पर फैसला करेंगे तो उतना असर नहीं होगा, वहीं किसी तरह की ढील दी जाए तो किसी भी सूरत में ट्रांसपोर्ट नहीं खुलना चाहिए. न रेल, न सड़क और न एयर ट्रांसपोर्ट।
इस बैठक में पंजाब और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों ने भी देश में लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की मांग की, हालांकि, इस बैठक से पहले ही ओडिशा में 30 अप्रैल और पंजाब में एक मई तक लॉकडाउन बढ़ाए जाने का फैसला लिया जा चुका है।
पीएम मोदी ने दिए थे संकेत
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को हुई सर्वदलीय बैठक में लॉकडाउन बढ़ाए जाने के संकेत दिए थे सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने कहा था कि कोरोना वायरस के खिलाफ लंबी लड़ाई है, सभी की जिंदगी बचाना सरकार की प्राथमिकता है, प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश में स्थिति ‘सामाजिक आपातकाल’ के समान है ,इसके लिए कड़े फैसलों की जरूरत है और हमें निरंतर सतर्क रहना चाहिए।