नई दिल्ली : दक्षिण कोरिया के दौरे पर पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में डिफेंस डायलॉग के विशेष सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के साथ जारी मतभेदों पर कहा कि इतिहास गवाह है कि भारत ने कभी किसी देश पर पहले हमला नहीं किया, लेकिन अगर कोई भी देश आगे से हमला करता है, तो हम अपने बचाव में कड़े कदम उठाने से परहेज़ नहीं करेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पांच सिद्धांतों का भी जिक्र किया और कहा कि यदि हम सम्मान, संवाद, शांति, सहयोग और समृद्धि के विचारों पर काम करें, तो हमें सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में जो देश आपसी सौहार्द के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें हर देश में जाने का अवसर उपलब्ध कराना जाना चाहिए। इसके अलावा समुद्री और हवाई क्षेत्र में पहुंचने का समान अधिकार दिया जाना चाहिए।’
आगे उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म का भारत में उदय हुआ और यह बाद में दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में फैला। लगभग 2,000 साल पहले बौद्ध धर्म कोरिया पहुंचा था। भारत और कोरिया के बीच पारिवारिक संबंध भी हैं। अयोध्या से यात्रा करके रानी हेयो ह्वांग-ओक गिम्हे के राजा सूरो से शादी करने के लिए पहुंची थीं। बौद्ध धर्म का भारत में उदय हुआ और यह बाद में दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में फैला। लगभग 2,000 साल पहले बौद्ध धर्म कोरिया पहुंचा था। भारत और कोरिया के बीच पारिवारिक संबंध भी हैं। अयोध्या से यात्रा करके रानी हेयो ह्वांग-ओक गिम्हे के राजा सूरो से शादी करने के लिए पहुंची थीं।