9 साल से सदमे में है पकिस्तान का ये दिग्गज गेंदबाज , वजह हैं तेंदुलकर
2011 वर्ल्ड कप में सचिन को आउट न कर पाने के सदमे से अब तक नहीं उबर पाए सईद अजमल
सईद अजमल की गेंद पर सचिन तेंदुलकर के खिलाफ एलीडब्ल्यू की अपील की गई थी , तीसरे एम्पायर के रिव्यु ने बदला गेम
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में खेला गया 2011 का वर्ल्ड कप क्रिकेट मैच आज भी भारतियों को रोमांच से भर देता है। वो दिन ऐतिहासिक हो गया जब टीम इंडिया (Team India) ने पाकिस्तान को हराकर वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले में जगह बनाई और फिर फाइनल जीतकर दूसरी बार विश्व चैंपियन बनीं। क्रिकेट भले ही भारत – पाक का राष्ट्रीय खेल न हो लेकिन , दोनों देशों के बिच खेला जाने वाला हर क्रिकेट मैच दुनिया की नज़रों पर होता है। एक तरफ भारत के लिए फक्र का दिन वहीँ दूसरी तरफ पकिस्तान के लिए नासूर दर्द जिसे शायद पकिस्तान के क्रिकेट प्रेमी भी कभी न भुला पाएंगे।
इस मैच में सचिन के सामने गेंदबाज़ी कर रहे पाकितान के दिग्गज गेंदबाज़ सईद अजमल आज भी सदमे से उबर नहीं पाए हैं। सेमीफाइनल में क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को आउट न कर पाने के कारण वे आज भी सदमे में हैं. पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर सईद अजमल (Saeed Ajmal) विश्व कप 2011 में भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में सचिन तेंदुलकर का विकेट नहीं मिल पाने की निराशा से अब तक नहीं उबर पाए हैं, क्योंकि उन्हें आज भी लगता है कि उन्होंने भारतीय स्टार को आउट कर दिया था। इंग्लैंड के अंपायर इयान गाउल्ड ने भी हाल में कहा था कि तेंदुलकर तब आउट थे, लेकिन तीसरे अंपायर ने उनका फैसला पलट दिया था।
बिली बोडेन में बदल दिया था फैसला
गौरतलब है कि, तेंदुलकर ने मोहाली में खेले गए सेमीफाइनल मैच भारत के नाम रहा जिसमे सचिन ने 85 रन बनाए थे। तेंदुलकर जब 23 रन पर खेल रहे थे तब गाउल्ड ने अजमल की गेंद पर उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट करार दिया था, लेकिन तीसरे अंपायर बिली बोडेन ने ‘रिव्यू’ के बाद इसे पलट दिया और यहीं से ये मैच भारत के खाते में जाता चला गया। हालाँकि , इस मैच के बाद से लगातार ये रिव्यु विवादों में रहा। पाकिस्तानी आज भी उसे गलत मानते हैं जबकि, आईसीसी एलीट पैनल के सदस्य रहे गाउल्ड ने हाल में भी कहा था कि वह तेंदुलकर को आउट देने के अपने फैसले पर कायम हैं।
बदले फैसले ने दिल तोड़ दिया
अजमल ने उस घटना को याद करते हुए कहा कि “वो सीधी गेंद थी और विकेटों के आगे उनके पैड से टकराई थी। मुझे पूरा विश्वास था कि वह आउट हैं, शाहिद अफरीदी, कामरान अकमल, वहाब रियाज और अन्य खिलाड़ियों ने मुझसे पूछा था कि क्या वह तेंदुलकर आउट है और मैंने कहा कि हां उनकी पारी समाप्त हो गई है. उन्होंने कहा कि जब तीसरे अंपायर ने फैसला बदला तो उनका दिल टूट गया था”
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता था
अजमल ने कहा कि “मुझे टेस्ट मैचों में कभी उन्हें गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला, इसलिए मुझे जब भी सीमित ओवरों की क्रिकेट में उनके खिलाफ खेलने का मौका मिलता था तो मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता था। एक टीवी चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि “सबसे अधिक निराशा यह रही कि हम सेमीफाइनल में हार गए और निश्चित तौर पर तेंदुलकर के 85 रन ने अंतर पैदा किया था ”
तीसरे एम्पायर ने फैसला पलटा
अजमल ने कहा कि यहां तक कि आज भी तीसरे अंपायर का फैसला मुझे हैरान कर देता है, लेकिन उस दिन भाग्य उनके साथ था और उन्होंने अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण पारी खेली. पाकिस्तान की तरफ से 35 टेस्ट, 113 वनडे और 64 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले अजमल ने कहा कि तीसरे अंपायर के फैसला पलटने से गाउल्ड भी निराश थे. इस ऑपफ स्पिनर का करियर हालांकि बांग्लादेश दौरे के बाद बीच में ही समाप्त हो गया. उनके गेंदबाजी एक्शन की 2014 में रिपोर्ट की गइग् थी, वह इसमें सुधार नहीं कर पाए और 2017 में उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था.