- GDP घट रही, पार्टियों की आय बढ़ रही
- BJP की कमाई 135 फीसदी बढ़ी
- कांग्रेस की कमाई में 361 फीसदी बढ़ी
- 25 सियासी दलों आय में 251% का इजाफा
नई दिल्ली- देश की अर्थव्यस्था इस समय बुरे दौर से गुजर रही है। जीडीपी की ग्रोथ रेट 5 फीसदी से कम है। रोजगार के अवसर में लगातार घट रहे हैं और महंगाई ने पिछले साढ़े पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। देश की अर्थव्यवस्था मंदी से गुजर रही तो दूसरी तरफ देश के राजनीतिक दलों का खजाना लगातार बढ़ता जा रहा है। 2018-19 में बीजेपी की दौलत 135 फीसदी बढ़ी तो कांग्रेस के फंड में 361 फीसदी का इजाफा हो गया।
- देश की GDP घट रही, पार्टियों की आमदनी बढ़ रही
- BJP की कमाई 135 फीसदी बढ़कर 2 हजार 410 करोड़ हुई !
- कांग्रेस की कमाई में 361 फीसदी की बढ़ोतरी
- सियासी दलों की कुल आय में 251 फीसदी का इजाफा
देश की अर्थव्यवस्था इस वक्त मंदी के दौर से गुजर रही है। ग्रोथ रेट 5 फीसदी करने में भी पसीने छूटे जा रहे हैं। लेकिन सियासी दलों का खजाना बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 की तारीखों के ऐलान के बाद राजनीतिक पार्टियों का बहीखाता भी सामने आ गया है।
राजनीतिक पार्टियों की ओर से चुनाव आयोग को सौंपी गई 2018-19 की ऑडिट रिपोर्ट में सभी राष्ट्रीय दलों की इनकम में इजाफा हुआ है। देश के दो सबसे बड़े सियासी दल बीजेपी और कांग्रेस की कमाई के बारे में जब आप जानेंगे तो दांतो तले उंगली दबा लेंगे सत्ताधारी दल बीजेपी की 2018-19 में आय 2 हजार 410 करोड़ रुपये हो गई है।
जो पिछले साल के मुकाबले 134 फीसदी ज्यादा है। इसी तरह कांग्रेस की आय में भी बड़ा इजाफा देखने को मिला है। कांग्रेस को 2018-19 में 918 करोड़ रुपये की आय हुई है। जो पिछले साल की तुलना में 361 फीसदी ज्यादा है।
25 दलों की आय में 251% इजाफा
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2018-19 के दौरान देश की 25 पार्टियों की कमाई एक साल में 329 करोड़ रुपए से बढ़कर 1 हजार 155 करोड़ रुपए के पार हो गई है। सालभर में इसमें 251% का इजाफा हुआ है।
ADR की रिपोर्ट में खास बात ये है कि इसमें बीजेपी, कांग्रेस जैसी 5 राष्ट्रीय पार्टियां और 30 क्षेत्रीय पार्टियां शामिल नहीं हैं क्योंकि रिपोर्ट बनाने तक इन दलों ने चुनाव आयोग की अपनी संपत्ति का ब्यौरा नहीं भेजा था। 25 राजनीतिक दलों के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक 2018-19 के दौरान सबसे ज्यादा आय ओडिशा की क्षेत्रीय पार्टी बीजू जनता दल ने घोषित की है।
दूसरे नंबर पर टीएमसी और तीसरे नंबर पर टीआरएस है। इन तीनों पार्टियों की आय 630.67 करोड़ रुपए है, जो कुल पार्टियों की आय के 54% से भी ज्यादा है। जिन 25 दलों का विश्लेषण किया गया है उनमें से 17 पार्टियों की आय में इजाफा हुआ है।
सियासी दलों की आय के स्रोत
वर्तमान में राजनीतिक दलों की आय का मुख्य जरिया चुनावी बॉन्ड हो गया है। चुनावी बॉन्ड के अलावा दान, सदस्यता शुल्क, एफडी और ब्याज से भी सियासी दलों की आय में हर साल बढ़ोतरी होती है। ADR के मुताबिक 2018-19 में पार्टियों को होने वाली आय का 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सा चुनावी बॉन्ड से आया।
हाल ही में चुनाव आयोग को बीजेपी ने जो ऑडिट रिपोर्ट सौंपी है। इसमें 2 हजार 410 करोड़ की आय में 1 हजार 450 करोड़ रु सिर्फ चुनावी बॉन्ड से आए हैं। कांग्रेस ने चुनाव आयोग को बताया है कि 2018-19 में 918 करोड़ रुपये की आमदनी में चुनावी बॉन्ड्स के जरिए पार्टी को 383 करोड़ रुपये मिले जो 2017-18 में मिले महज 5 करोड़ रुपये से बहुत ज्यादा हैं।
सियासी दलों की आय ज्यादा, खर्च कम
ADR ने जिन 25 सियासी दलों की बहीखाते का लेखा-जोखा जारी किया है उसके मुताबिक 22 पार्टियों ने अपनी आय से कम खर्च किए चुनाव आयोग में बीजेपी ने जो ब्यौरा दिया उसके मुताबिक 2018-19 में 2 हजार 410 करोड़ की आय हुई जबकि खर्च 1 हजार 5 करोड़ रु हुआ। इसी तरह कांग्रेस ने 918 करोड़ की कमाई की जबकि खर्च 469 करोड़ हुआ। हालांकि खर्च में पिछले साल के मुकाबले बढ़ोतरी हुई।