Ravishankar Prasad ने अपने बयान को लेकर मांगी माफ़ी, Economy को लेकर कही थी ये बात
नई दिल्ली : केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अर्थव्यवस्था पर अपना बयान वापस ले लिया है। शनिवार को मुंम्बई में प्रसाद ने कहा था कि देश में आर्थिक मंदी नहीं हैं । उन्होंने आर्थिक मंदी को फिल्मों की कमाई से जोड़ा था। उन्होने कहा था की तीन-तीन फिल्में करोड़ों का बड़ा कारोबार कर रही हैं। तो फिर देश में मंदी कहां है? मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 2 अक्टूबर को तीनों फिल्मों ने 120 रुपये करोड़ की कमाई की । तो इससे साबित होता हैं कि देश कि अर्थव्यवस्था मजबूत हैं। रविशंकर प्रसाद की इस बयान के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई।
Priyanka Gandhi ने की थी बयान की आलोचना
काग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने रविशंकर प्रसाद पर निशाना साधते हुए उन्हें फिल्मी दुनिया से बाहर निकलने की सलाह दे डाली तो वहीं कपिल सिब्बल ने भी बयान जारी करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि सरकार के मंत्री मुद्दों पर कितने गंभीर हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करके कहा की बड़े दुख की बात हैं कि देश के युवा बेरोजगार हो रहे हैं उनके लिए नौकरियां नही हैं।सरकार को जनता के दुख की कोई फिक्र नही हैं।उन्हें फिल्म के कमाई की फिक्र हैं।
क्या कहा था Ravishankar Prasad ने ?
एक-दिन पहले कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने अजीबोंगरीब तर्क दिये थे। उन्होने कहा की तीन-तीन फिल्में करोड़ों का कारोबार कर रही हैं।अक्टूबर को। 2 अक्टूबर को तीनों फिल्मों ने 120 रुपये करोड़ की कमाई की। तो कहां है देश में मंदी ।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही अंतरराष्ट्रीय (आईएमएफ) मुद्रा कोष ने भी यह बात कही थी। भारत और ब्रजील में आर्थिक सुस्ती साफ दिखाई दे रही हैं। रविशंकर प्रसाद ने बेरोजगारी पर राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) की रिपोर्ट को भी गलत बताया। इसमें कहा गया था कि साल 2017 में बेरोजगारी की दर पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा रही। प्रसाद ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग योजनाबद्ध तरीके से सरकार के खिलाफ लोगों को बेरोजगारी की स्थिति के बारे में गुमराह कर रहे हैं।
वही एक तरफ देश में मंदी का मजाक बन रहा हैं वही दूसरी तरफ बेरोगारी बढ़ती जा रही हैं। इस बीच आईएफएम के बाद अब विशव बैंक के लिए भारत का ग्रोथ घटा दिया है। विशव बैंक ने वित्त वर्ष विकास दर 2019 से घटाकर 6 फीसदी कर दिया पिछले वित्त वर्ष 2018-2019 में भारत की विकास दर 6.9 रही थी ।2021 में यह 6.9 फीसदी तक पहुंच सकती हैं।