नई दिल्ली- यूएन के हावले से हाल ही में एक बुरी खबर आई। जहां यूएन ने 2019-20 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान घटा दिया है। यूएन ने 2019-20 के लिए भारत विकास दर का अनुमान 1.9 फीसदी घटा दिया है। वहीं विकास दर कम होने के साथ एक्सपर्ट टैक्स कलेक्शन में भी भारी कमी की आशंका जता रहे हैं। वहीं अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF ने भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़त के अनुमान को काफी घटा दिया है।
- IMF ने भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़त का अनुमान घटाया
- इससे पहले UN ने जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान घटाया
- भारत की जीडीपी ग्रोथ घटाकर के 4.8 प्रतिशत की
GDP Growth का अनुमान अंक 1.6 फीसदी घटाया
वित्त वर्ष 2019-20 में भारतीय जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 160 आधार अंक यानी 1.6 फीसदी घटा दिया है। IMF ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए आर्थिक ग्रोथ का अनुमान 6.1 फीसदी से घटाकर 4.8 फीसदी कर दिया है। IMF ने कहा है कि घरेलू मांग में उम्मीद से भी ज़्यादा कमी आई है। साथ ही, वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 120 आधार अंक यानी 1.20 फीसदी घटाकर 7 फीसदी से 5.8 फीसदी कर दिया है।
IMF ने GDP के अनुमान को 4.8 प्रतिशत कम किया
आईएमएफ ने 2019 के लिये भारत की जीडीपी के अनुमान को कम कर 4.8 प्रतिशत कर दिया है। वहीं आईएमएफ ने कहा कि भारत और इसके जैसे दूसरे उभरते देशों में सुस्ती की वजह दुनिया के ग्रोथ अनुमान को उसे घटाना पड़ा है। आईएमएफ ने दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच की बैठक के दौरान इस अनुमान को जारी किया।