नई दिल्ली: Lal Bahadur Shastri: देश आज दो महान हस्तियों की जंयती मना रहा है। महात्मा गांधी के साथ साथ देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की भी जयंती मनाई जा रही है। महात्मा गांधी और लाल बहागुर शास्त्री का जन्म एक ही दिन हुआ। इन दोनों ने ही अपना पूरा जीवन देश को समर्पित कर दिया। लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में रामदुलारी और शारदा प्रसाद के घर हुआ था। शास्त्री उन महान शख्सियतों में से एक थे जिन्होंने देश की आजादी में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
नदी तैर कर जाते थे स्कूल
लाल बहादुर शास्त्री का बचपन बेहद मुश्किल भरा रहा। बचपन में ही उनके सिर से पिता का साया उठ गया। पिता की मौत होने के कारण वे अपनी मां के साथ नाना के घर मिर्जापुर चले गए। यहीं पर ही उनकी प्राथमिक शिक्षा हुई। उन्होंने विषम परिस्थितियों में शिक्षा हासिल की। कहा जाता है कि वह नदी तैरकर रोज स्कूल जाया करते थे, क्योंकि उस समय बहुत कम गांवों में ही स्कूल होते थे।
जाति व्यवस्था के विरोध में छोड़ दिया ‘उपनाम’
भारत में शुरू से ही जातिगत भेदभाव की जड़े गहरी थीं। लाल बहादुर शास्त्री को इस व्यवस्था से इस कदर एतराज था कि उन्होंने इसके विरोध में अपना उपनाम ‘श्रीवास्तव’ भी छोड़ दिया। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्हें ‘शास्त्री’ की उपाधि दी गई, जिसका अर्थ है विद्वान।
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