नई दिल्ली : भारत-चीन सीमा (India – China Border) पर इस साल मई से जारी तनाव अब चरम पर पहुँच गया है। बीते 15 जून को भारत (Indian Army) और चीन के जवानों (China Army) के बीच हिंसक झड़प के बाद अब LAC पर फायरिंग (Firing On LAC) की घटना सामने आई है। भारत और चीन के जवानों के बीच हुए हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे, जबकि चीन के भी कुछ जवान हताहत हुए थे, लेकिन फायरिंग नहीं हुई थी। लेकिन अब 40 साल बाद ये पहला मौका है, जब भारत-चीन सीमा पर फायरिंग हुई है।
India-China Border पर चीन की हरकतों का भारतीय सेना ने दिया जवाब
जानकारी के मुताबिक चीन की तरफ से बीती रात वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। हालांकि इस गोलीबारी में किसी को निशाना नहीं बनाया गया। वहीं चीन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि भारत की तरफ से वार्निंग शॉट दागे जाने के बाद उसने मजबूरी में जवाबी कार्रवाई की। बयान में चीन का कहना है कि भारतीय सेना के जवानों ने उनपर पेंगोंग त्सो झील के दक्षिण तट के पास शेन्पाओ पर्वत क्षेत्र के पास गोलीबारी की।
भारतीय सेना की सक्रियता से बौखलाई चीनी सेना
दरअसल रणनीतिक तौर पर अहम माने जाने वाले काला टॉप और हेल्मेट टॉप सहित पेंगोंग इलाके के कई हिस्सों पर भारतीय सेना ने कब्ज़ा जमाया हुआ है और इससे चीनी सेना बुरी तरह से बौखलाई हुई है। इसी बौखलाहट में चीनी सेना ने कायराना हरकत करते हुए सोमवार रात को सीमा पर आगे बढ़ने लगी। इस दौरान भारतीय सेना ने वार्निंग शॉट (चेतावनी के लिए हवा में फायरिंग) दागे। इसके बाद चीन के जवान पीछे हटे। हालाँकि कुछ देर बाद ही सीमा पर हालातों को नियंत्रित कर लिया गया था।
शीर्ष अधिकारियों ने कहा – जमीनी स्तर पर बातचीत जारी
40 साल बाद ये पहला मौका है, जब भारत-चीन सीमा पर फायरिंग हुई है, लिहाज़ा दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुँचने की बात भी कही जा रही है। शीर्ष अधिकारियों के मुताबिक LAC पर हुई फायरिंग के बाद हालात जरूर तनावपूर्ण बने हुए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर दोनों देशों के बीच बातचीत के जरिये मसले को सुलझाने की कोशिश जारी है।