नई दिल्ली : भारत-चीन सीमा (India China Border) पर जारी तनाव का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया (Social Media) पर जहाँ, चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का अभियान (China Products Boycott Campaign) चलाया जा रहा है, वही सरकार की तरफ से भी चीन को आर्थिक मोर्चे पर लगातार झटके दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने बड़ा कदम उठाते हुए, एक महत्वपूर्ण करार को खत्म किये जाने का ऐलान किया है। भारतीय रेलवे ने ‘बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल एंड कम्युनिकेशन ग्रुप’ के साथ प्रोजेक्ट को समाप्त करने का फैसला किया है।
Indian Railway से पहले BSNL को चीन के साथ करार ख़त्म करने के आदेश
इससे पहले सरकार की तरफ से सरकारी क्षेत्र की टेलीकॉम कंपनियों (Telecom Companies Of Government Sector) को चीन में निर्मित पार्ट्स (Made In China Parts) के इस्तेमाल को रोकने को लेकर आदेश जारी किया गया था। सरकारी आदेश में कहा गया था कि भारत सरकार के दूरसंचार विभाग ने बीएसएनएल (BSNL) को आदेश दिया कि वह अपने विभाग में मेड इन चाइना सामान की उपयोगिता को कम करें। 4जी के लिए जो टेंडर जारी किए गए हैं, उन्हें रद्द करें और फिर से जारी करें ताकि चीनी कंपनियां इसका हिस्सा ना बन सकें। सरकार की तरफ से निजी क्षेत्र की टेलीकॉम कंपनियों (Telecom Companies Of Private Sector) से भी ऐसा कदम उठाये जाने की अपील की गई है।
चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के अभियान ने पकड़ा जोर
देश भर में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का अभियान अब जोर पकड़ने लगा है। सोशल मीडिया पर आम लोग के साथ-साथ सेलेब्स भी चीनी वस्तुओं के बहिष्कार की अपील कर रहे हैं। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने बॉलीवुड (Bollywood) और खेल बिरादरी से चीनी सामानों का बहिष्कार करने का अनुरोध किया है। सीएआईटी ने कहा कि हम बॉलीवुड और खेल बिरादरी से अनुरोध करते हैं कि वे देश हित में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए संस्था के साथ हाथ मिलाएं। हम चीनी सामानों को एंडोर्स (समर्थन) करने वाली हस्तियों से आग्रह करते हैं कि वे ऐसा करना तुरंत बंद कर दें।