चाय के डाई हार्ट फैन के लिए स्पेशल
नई दिल्ली- सुबह उठते ही चाय चाहिए, काम शुरु करना है भई चाय चाहिए, पराठे बने है चाय चाहिए, बारिश के मौसम में पकौड़े बने है साथ में चाय चाहिए, सर दर्द है यार एक कप चाहिए, घर पर मेहमान आए है तो चाय चाहिए, कड़ाके की ठंड पड़ रही है चाय चाहिए, और ना जाने ऐसे कितने मौके हैं जहां चाय चाहिए, ये देखकर आप समझ ही गए होंगे की चाय की हमारी जिंदगी में कितनी अहमियत है। ऐसा लगता है जैसे चाय की चुस्कियों के बिना जीवन ही अधुरा है, और एक कप चाय न मिलने का दुख क्या होता है ये उनसे ही जानिए जो चाय के डाई हार्ट फैन हैं।
कहा से शुरु हुई चाय प्रथा
चाय पीने का इतिहास 750 ईसा पूर्व से है। वहीं भारत में चाय उत्तर पूर्वी इलाकों और नीलगिरी की पहाड़ियों में उगाई जाती है। बता दे कि भारत देश दुनिया में चाय का सबसे बड़ा उत्पादक है। जिसमें से 70 प्रतिशत की खपत भारत में ही होती है। वहीं भारत में हजारों साल पहले बौद्ध भिक्षुओं ने चाय का इस्तमाल औषोधियों के लिए किया था। बता दें कि भारत में चाय पीने की प्रथा 2000 साल पहले शुरु हुई थी। जो कि एक बौद्ध भिक्षु द्वारा की गई थी।
दरसल जैन धर्म के संस्थापक एक बौद्ध भिक्षु थे। बौद्ध भिक्षु ने जीवन के सत्य को जाना और बौद्ध की शिक्षाओं को जानने का फैसला किया। ये बौद्ध भिक्षु जब अपनी तपस्या के 5वें साल में थे तब उन्होंने झाड़ियों से कुछ पत्ते लेकर खाए जिसके बाद इन पत्तयों के खाने के बाद वे जागने में सक्षम रहें।
पहला चाय का बागान 19वीं सदी में हुआ
जब भी उन्हें नींद महसूस होती थी वे बार बार इसी प्रक्रिया को दौहराते थे। और इस तरीके से उन्होंने 7 साल की तपस्या पूरी की, और ये पत्तियां कुछ और नहीं बल्कि जंगली चाय की पत्तियां थीं। इस तरीके से चाय का भारत में चलन शुरु हुआ। और स्थानीय लोग जंगली चाय की पत्तियों खाने लगे। लेकिन भारत में चाय का उत्पादन भारत के उत्तर पूर्वी इलाकों में ईस्ट इंडिया ने शुरु किया। वहीं 19वीं सदी में असम में चाय का पहला बागान भी इस्ट इंड़िया कंपनी द्वारा शुरु किया गया।
चाय के फायदे और नुकसान
चाय से शरीर में फुर्ती रहती है, चाय से दिमाग ज्यादा अलर्ट रहता है। चाय में होती हैं ये प्रोपर्टीज, एंटीऑक्सीोडेंट्स, एंटी कैटेचिन्स और पोलीफेनॉल्स होते है जो हमारे शरीर को सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं। चाय से जहां फायदा होता है तो वहीं नुकसान भी बहुत है। चाय पीने से गैस की समस्या होती है, अम्लीय होने से शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, और गैस , जलन जैसी समस्या हो जाती है। चाय पीने से ब्लडप्रेशर हाई हो जाता है, हाथ पैरों में भी दर्द होता है वहीं पेट खराब होने की कारण भी कभी- कभी चाय ही होता है।