Maharashtra BJP ने CAA का विरोध करने वाले 2 नेताओं को किया निलंबित
नई दिल्ली : संशोधित नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर जहाँ सड़क से लेकर संसद तक संग्राम (CAA Protest) देखने को मिल रहा है, वहीँ केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) मुद्दे पर अपने कदम पीछे खीचने को तैयार नहीं है। मोदी सरकार ये साफ़ कर चुकी है संशोधित नागरिकता कानून को वापस लेने का कोई सवाल ही नहीं है। केंद्र सरकार के इस रूख पर जहाँ विपक्षी पार्टियाँ (Parties in Opposition) लागातार सवाल उठा रही है, वही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कुछ नेता भी इस कानून को लेकर नाराजगी जाहिर करते रहे हैं। ऐसे में महाराष्ट्र (Maharashtra) के 2 बीजेपी नेताओं को CAA का विरोध करना भारी पड़ गया। महारष्ट्र बीजेपी (Maharashtra BJP) ने नागरिकता कानून का विरोध करने वाले दोनों नेताओं को पार्टी से निलंबित (Suspend) कर दिया है।
Maharashtra BJP ने CAA के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने वाले नेताओं को पार्टी से किया बाहर
दरअसल परभनी स्थित सेलू नगर परिषद (Municipal Council, Selu ) के चेयरपर्सन विनोद बरोड़े (Vinod Barode) और पालम नगर परिषद (Municipal Council Palam) के उपप्रमुख बालासाहेब रोकड़े (Baalaasaaheb Rokade) ने संशोधित नागरिकता कानून का विरोध किया था। दोनों ही नेताओं ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ हाल ही में प्रस्ताव पारित किए थे, जिसके बाद पार्टी ने सख्ती दिखाते हुए दोनों नेताओं को पार्टी से निलंबित कर दिया है।
महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने जारी किया निलंबन पत्र
CAA का विरोध करने वाले दोनों नेताओं के निलंबन पर महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (Maharashtra BJP President Chandrakant Bacchu Patil) ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ मतदान करके दोनों नेताओं ने पार्टी की गाइडलाइन्स (Party Guidelines) का उल्लंघन किया है, जो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है, लिहाज़ा दोनों नेताओं को पार्टी से निलंबित कर दिया है। हालाँकि निलंबन को लेकर जारी पत्र में निलंबन अवधि का जिक्र नहीं किया गया है।
नागरिकता कानून पर देश भर में मचा है बवाल
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पारित संशोधित नागरिकता कानून में बांग्लादेश (Bangladesh), अफगानिस्तान (Afghanistan) और पाकिस्तान (Pakistan) के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है, जिससे मुस्लिम समुदाय (Muslim Community) को दूर रखा गया है। देश भर में इसी मुद्दे को लेकर बवाल देखने को मिल रहा है। दिल्ली के शाहीन बाग़ (Shaheen Bagh Delhi) में बीते 2 महीनों से ज्यादा समय से महिलाएं इस कानून के खिलाफ सड़क पर बैठी हुई है। बीते दिनों राजधानी दिल्ली में इसी कानून को लेकर दो पक्षों में हिंसक झड़प (Delhi Violence) देखने को मिली थी, जिसमें 45 लोगों की मौत हुई।