Onion Price : आज का मुद्दा : लोगों को रुला रही है प्याज़ की बढ़ी हुई कीमतें, देशभर में सेंचुरी पार
नई दिल्ली : खाने का जायका बढ़ाने वाली प्याज अपने बढ़े हुए दामों को लेकर (Onion Price) लोगों के आंखों से आंसू निकाल रही है। प्याज की कीमतें इस कदर फर्राटा भरती जा रही हैं कि ग्राहक दाम सुनकर ही हांफने लगे हैं और कह रहे हैं कि ‘महंगी प्याज मारी जात है।’ सरकार द्वारा प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए तमाम तरह की कोशिश की गई है, बावजूद इसके प्याज की कीमतों पर ब्रेक लगता नज़र नहीं आ रहा है।
आज किसी भी सब्जीवाले के पास जाइए और पू्छिए भैया प्याज क्या भाव ? मजाल है कोई 100 से नीचे प्याज का दाम बता दे। बताए भी कैसे, क्योंकि देशभर में प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं। आलम ये है कि प्याज अब गरीबों के खाना के बजाय रईसों के लक्जरी फूड में शुमार हो गया है। पिछले महीने से प्याज की कीमतों ने जो रफ़्तार पकड़ा, वो अब शतक पार कर चुका है। कभी 20-30 रुपए किलो बिकने वाला प्याज़ कहीं 80 तो कहीं 100 तो कहीं 120 रुपए किलो प्याज बिक रहा है, जिससे आम लोगों ने अब प्याज से किनारा करना शुरू कर दिया है।
क्या है देशभर में प्याज की कीमतें ?
शहर पहले अब
दिल्ली 25-30 80-120 रुपए
मुंबई 30-40 80- 100 रुपए
लखनऊ 30-40 100-120 रुपए
भोपाल 35-40 80-110 रुपए
पटना 30-35 70- 100 रुपए
देशभर में प्याज के दाम बढ़ने से आम लोगों से लेकर व्यापारियों को काफी दिक्कतें हो रहीं हैं। दिल्ली की मंडी की बात करें तो यहां भी प्याज करीब 80 से 100 रुपए किलो बिक रहा है। महंगे प्याज के कारण लोगों को सब्जियों के स्वाद के कॉम्प्रोमाइज करना पड़ रहा है। उत्तर-प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी प्याज की कीमतें आसमान छू रही है, जिसका कारण प्याज की कम आवक बताया जा रहा है। फिलहाल कारण चाहे जो हो लेकिन लोगों ने प्याज खरीदने से किनारा करना शुरू कर दिया है।
देखा जाए तो प्याज की कीमतें बीते महीने से ही आउट-ऑफ-कंट्रोल हो रखी है। हालांकि इस पर लगाम लगाने के लिए केन्द्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से तमाम वादे किये गये। केंद्रीय उपभोक्ता और खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने 09 नवंबर को ट्वीट करके बताया कि ‘सरकार ने प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए 1 लाख टन प्याज के आयात का फैसला लिया है। MMTC 15 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच आयातित प्याज देश में वितरण के लिए उपलब्ध कराएगा और NAFED को देश के हर हिस्से में प्याज का वितरण करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।’ वहीं इस आदेश के तहत मिश्र से करीब 1.2 लाख टन प्याद का आयात किया जा रहा है। लेकिन फिलहाल तो इसका असर होता दिख नहीं रहा, क्योंकि प्याज के दाम ज्यों के त्यों बने हुए हैं।