जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को कई हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया। विभिन्न क्षेत्रों में उत्तकृष्ठ योगदान देने वाले और असाधारण सेवा के लिए राष्ट्रपति भवन में सम्मान समारोह रखा गया। इस मौके पर वाराणसी के 126 साल के स्वामी शिवानंद, नंगे पैर पद्मश्री अवॉर्ड लेने पहुंचे। इतना ही नहीं स्वामी शिवानंद अवॉर्ड लेने से पहले पीएम मोदी को नमस्कार करने घुटनों के बल बैठ गए।
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शिवानंद के ये भाव देखकर पीएम मोदी भी अपनी कुर्सी से उठकर शिवानंद के सम्मान में झुक गए। इसके बाद स्वामी ने राष्ट्रपति कोविंद के सामने झुककर आभार जताया। राष्ट्रपति कोविंद ने उन्हें झुककर उठाया। स्वामी शिवानंद को भारतीय जीवन पद्धति और योग के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान दिया गया है।
126 साल के स्वामी की फिटनेस से सब हैरान
राष्ट्रपति भवन में 126 साल के स्वामी शिवानंद जब अवॉर्ड लेने पहुंचे तो सब हैरान रह गए। उनकी फिटनेस ने सभी को चौंका दिया। 1896 में जन्मे बाबा शिवानंद बंगाल से काशी पहुंचे। यहां उन्होंने गुरु ओंकारानंद से योग और धर्म की शिक्षा ली।
6 साल की उम्र में परिवार खोया
स्वामी शिवानंद ने बचपन में ही मां, पिता और बहन को खो दिया था। 1925 में उनके गुरु ने उन्हें विश्व भ्रमण का निर्देश दिया। 29 साल के शिवा लंदन गए और लगातार 34 साल तक भ्रमण ही करते रहे। अमेरिका, यूरोप, आस्ट्रेलिया, रूस समेत कई देशों की यात्रा से लौटकर जब वह स्वदेश आए तो भारत तब तक अपना 9वां गणतंत्र दिवस मना रहा था। स्वामी शिवानंद योग और धर्म में बड़े प्रकांड बने। स्वामी ब्रह्मचर्य के सख्त नियमों का पालन अभी तक कर रहे हैं और खाने में उबला भोजन और सब्जी ही लेते हैं।