PM Modi का ऐलान Ram Mandir Trust का नाम होगा – श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र
नई दिल्ली – पीएम नरेन्द्र मोदी ने आज लोकसभा में राम जन्मभूमि को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है पीएम ने बताया कि मोदी कैबिनेट से आज राम मंदिर ट्रस्ट को मंजूरी मिल गई है। संसद में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के गठन का प्रस्ताव रखा। उन्होंने बताया कि कैबिनेट की बैठक में सरकार ने यह फैसला किया है।
- ट्रस्ट का नाम होगा- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र
- ‘राम मंदिर ट्रस्ट को दी जाएगी 67 एकड़ जमीन’
- ‘सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देगी यूपी सरकार’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा कि 67.03 एकड़ जमीन ट्रस्ट को दी जाएगी। पीएम मोदी ने कहा, ‘भगवान श्री राम की स्थिली पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट पूर्ण रूप से ऑथराइज्ड होगा।’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने के लिए यूपी सरकार से अनुरोध किया गया है. उन्होंने इस पर कार्य तेज कर दिया है।
- PM मोदी ने किया अयोध्या में राम मंदिर प्लान का ऐलान
- श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बनाएगा भव्य राम मंदिर
- संसद में लगे जय श्री राम के नारे
‘लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, ‘सभी धर्म के लोग एक हैं, परिवार के सदस्य सुखी समृद्ध हों और देश का विकास हो, इसीलिए सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चल रहे हैं।’ उन्होंने कहा, अयोध्या में राम धाम के निर्माण के लिए सभी लोग एक स्वर में अपना मत दें। पीएम मोदी ने कहा, ‘अयोध्या में राम जन्मभूमि से जुड़ा है। कोर्ट के फैसले के मुताबिक उसपर रामलला का अधिकार है।
कैबिनेट की बैठक में एक खास फैसला लिया गया। राम जन्मभूमि में मंदिर की निर्माण के लिए योजना तैयार की है। ‘उन्होंने कहा, ‘श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है। वहां भव्य और दिव्य मंदिर बनेगा। अयोध्या में 5 एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी जाएगी। सरकार ने एक और फैसला किया है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को करीब 67 एकड़ जमीन दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रभु श्रीराम के जन्मस्थान पर एक भव्य मंदिर बनाने के लिए एक स्वायत्त ट्रस्ट का गठन करने के लिये कोटिशः धन्यवाद… श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पूरी तरह स्वतंत्र और मंदिर निर्माण से संबंधित सभी निर्णय लेने में सक्षम होगा। जय श्रीराम।