नई दिल्ली : भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कड़े कदम उठा रही मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार पर नकेल कसने को लेकर एक और बड़ा कदम उठाया है। मोदी सरकार ने मंत्रियों को निर्देश दिया है कि अपने-अपने संबंधित विभाग के कर्मियों के सर्विस रिकॉर्ड की समीक्षा करें, जिससे भ्रष्ट कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सके।
सर्विस रिकॉर्ड की समीक्षा करें
कार्मिक मंत्रालय डरा जारी पात्र में कहा गया है कि सभी मंत्री अपने अंतर्गत आने वाले विभागों में कार्यरत कर्मचारियों की सर्विस रिकॉर्ड की समीक्षा करें, जिससे भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारीयों या फिर कर्मचारियों के नाम सामने आ सके और भ्रष्ट कर्मचारी या अधिकारी को विभाग से बाहर का रास्ता दिखाया जा सके। पात्र में कहा गया है कि भ्रष्ट कर्मचारी को सेवा से समय से पहले रिटायर किये जाने के नियम का कड़ाई से पालन हो, जिससे भ्रष्टाचार पर नकेल कसा जा सके।
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार को लेकर मोदी सरकार का इनदिनों एक्शन मोड देखने को मिल रहा है। सरकार ने हाल ही में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद विभाग के 15 अधिकारियों को समय से पहले रिटायर्ड कर दिया था। इसी महीनें की शुरूआत में राजस्व सेवा के 12 अधिकारियों को भी समय से पहले रिटायर्ड कर दिया गया था।