Rabindranath Tagore के अनमोल विचार
आज 7 अगस्त को महान लेखक और राष्ट्रगान के रचयिता रबीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि है। बता दे कि रबीन्द्रनाथ टैगोर महान लेखकों में से एक थे। वे बांगला कवि, साहित्यकार और दार्शनिक थे। भारत का राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की ही देन है। रबीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता में हुआ था। आठ वर्ष की उम्र में उन्होंने पहली कविता लिखी थी। टैगोर जी को उनकी रचना गीतांजलि के लिए वर्ष 1913 में नोबेल पुरूस्कार प्रदान किया गया था। वे एशिया के पहले व्यक्ति थे जिन्हें साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार मिला। वहीं बता दे कि उनकी मृत्यु-7 अगस्त, 1941, में कोलकाता में हुई थी।
Rabindranath Tagore Thoughts / Quotes
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Every child comes with the message that God is not yet discouraged of man.
हर बच्चा इसी सन्देश के साथ आता है कि भगवान अभी तक मनुष्यों से हतोत्साहित नहीं हुआ है.
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Everything comes to us that belongs to us if we create the capacity to receive it.
जो कुछ हमारा है वो हम तक आता है ; यदि हम उसे ग्रहण करने की क्षमता रखते हैं.
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Facts are many, but the truth is one.
तथ्य कई हैं पर सत्य एक है.
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He who is too busy doing good finds no time to be good.
वो जो अच्छाई करने में बहुत ज्यादा व्यस्त है ,स्वयं अच्छा होने के लिए समय नहीं निकाल पाता.
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I have become my own version of an optimist. If I can’t make it through one door, I’ll go through another door – or I’ll make a door. Something terrific will come no matter how dark the present.