नई दिल्ली : भारत-चीन सीमा (India China Border) पर जारी तनाव को लेकर देश भर में हलचल तेज़ है। चीनी सैनिकों (China Army) द्वारा किये गए हमले में भारतीय सेना (Indian Army) के 20 जवानों के शहीद होने पर जहाँ देश भर में चीन को लेकर आक्रोश देखने को मिल रहा है, वही कांग्रेस (Congress) इसे सरकार की नाकामी बताकर लगातार पीएम मोदी (PM Modi) पर हमला बोल रही है। अब एक बार फिर राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सीमा पर चीन योजना बनाता रहा और सरकार सोती रही, जिसका खामियाज़ा जवानों को अपनी जान गंवाकर भुगतना पड़ा।
Rahul Gandhi ने केंद्रीय मंत्री के बयान का दिया हवाला
दरअसल केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाईक (Shripad Naik) ने भारत चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुए हिंसक झड़प को लेकर एक बयान किया था, जिसमें उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों पर हमले की योजना चीन ने पहले से बना रखी थी और भारतीय सुरक्षा बल इसका करारा जवाब देंगे। केंद्रीय मंत्री ने अपने बयान में कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है और इस पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। हम किसी को अपनी जमीन नहीं लेने देंगे। भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा की जाएगी।
भारत-चीन तनाव को कांग्रेस बता रही सरकार की नाकामी
रक्षा राज्य मंत्री के इसी बयान का हवाला देते हुए राहुल गाँधी ने ट्वीट कर लिखा कि यह बात पूरी तरह स्पष्ट हो चुकी है कि गलवां घाटी में चीन का हमला पूर्व नियोजित था। सरकार सो रही थी और समस्या से इनकार किया। हमारे शहीद जवानों को इसकी कीमत चुकानी पड़ी। बता दें कि इससे पहले भी राहुल गाँधी इस मुद्दे पर मोदी सरकार (Modi Government) को घेरते रहे हैं। कल राहुल गाँधी ने सरकार से सवाल किया था कि सीमा पर सैनिकों को बिना हथियार के क्यों भेजा गया ? जिसका जवाब देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर (Subrahmanyam Jaishankar) ने कहा था दोनों देशों के बीच हुए समझौते की वजह से भारतीय सेना ने हथियार का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने साफ़ किया कि जवानों के पास पर्याप्त हथियार थे।
हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच गहराया तनाव
बता दें कि सोमवार को गलवां घाटी (Galwan Valley) में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। जानकारी के मुताबिक इस हिंसक झड़प में चीनी सेना के भी 43 जवान मारे गए थे। हालाँकि इस घटना के बाद से चीन के खिलाफ देश भर में आक्रोश देखने को मिल रहा है और लोग चीन को सबक सिखाने की मांग सरकार से कर रहे हैं।