नई दिल्ली- लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। राहुल गांधी ने इस्तीफे की चिठ्ठी को ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि कांग्रेस पार्टी के लिए काम करना उनके लिए गर्व की बात है। बतौर पार्टी का अध्यक्ष रहते हुए लोकसभा चुनाव में मिली हार की जिम्मेदारी मेरी है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी के लिए काम करना उनके लिए गर्व की बात है। अब पार्टी जो करेगी सही करेगी, मैं नए अध्यक्ष का नाम नहीं सुझाउंगा। मेरी राजनीतिक लड़ाई कभी आसान नहीं रही।
It is an honour for me to serve the Congress Party, whose values and ideals have served as the lifeblood of our beautiful nation.
I owe the country and my organisation a debt of tremendous gratitude and love.
Jai Hind ?? pic.twitter.com/WWGYt5YG4V
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 3, 2019
इससे पहले राहुल गांधी का एक बड़ा बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा कि मैं अब कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हूं, मैं पहले ही अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुका हूं और जल्दी ही CWC बैठक बुलाकर अध्यक्ष का चुनाव हो। इस प्रकिया में शामिल नहीं रहूंगा।
मुख्यमंत्रियों से भी नहीं माने राहुल
बता दें कि सोमवार को कांग्रेस मुख्यमंत्रियों ने राहुल गांधी के साथ मुलाकात हुई थी, जिसमें उन्होंने राहुल को मनाने की कोशिश की थी, लेकिन राहुल फिर नहीं माने। राहुल गांधी और मुख्यमंत्रियों के बीच मुलाकात करीब दो घंटे तक चली थी। इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन फिर भी राहुल ने अपना फैसला नहीं बदला।
गहलोत-कमलनाथ ने इस्तीफे की पेशकश की
वहीं, राहुल गांधी के साथ मुलाकात के बाद बाहर आए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत की थी। इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि मुलाकात के दौरान वर्तमान हालात पर राहुल गांधी से बात हुई है। हमने कहा कि चुनाव में हार-जीत होती रहती है। उन्होंने हमारी बात को बहुत ध्यान से सुना है। उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद है कि राहुल गांधी उनकी बातों पर विचार करेंगे।
कांग्रेस की करारी हार
बतात चले कि इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को लगातार दूसरी बार शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। कई राज्यों में कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई। राहुल गांधी को कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली अमेठी में हार का सामना करना पड़ा तो, पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने करारी हार झेली।