नई दिल्ली- लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार की जिम्मेदारी लेते राहुल गांधी पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े है। राहुल गांधी मनमोहन सिंह सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मनाने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन राहुल गांधी इस्तीफा देने कि जिद पर अड़े है। इसी बीच राहुल गांधी का एक बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि मैं अब कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हूं, मैं पहले ही अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुका हूं और जल्दी ही CWC बैठक बुलाकर अध्यक्ष का चुनाव हो। इस प्रकिया में शामिल नहीं रहूंगा।
मुख्यमंत्रियों से भी नहीं माने राहुल
बता दें कि सोमवार को कांग्रेस मुख्यमंत्रियों ने राहुल गांधी के साथ मुलाकात हुई थी, जिसमें उन्होंने राहुल को मनाने की कोशिश की थी, लेकिन राहुल फिर नहीं माने। राहुल गांधी और मुख्यमंत्रियों के बीच मुलाकात करीब दो घंटे तक चली थी। इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन फिर भी राहुल ने अपना फैसला नहीं बदला।
गहलोत-कमलनाथ ने इस्तीफे की पेशकश की
वहीं, राहुल गांधी के साथ मुलाकात के बाद बाहर आए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत की थी। इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि मुलाकात के दौरान वर्तमान हालात पर राहुल गांधी से बात हुई है। हमने कहा कि चुनाव में हार-जीत होती रहती है। उन्होंने हमारी बात को बहुत ध्यान से सुना है। उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद है कि राहुल गांधी उनकी बातों पर विचार करेंगे।
कांग्रेस की करारी हार
बतात चले कि इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को लगातार दूसरी बार शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। कई राज्यों में कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई। राहुल गांधी को कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली अमेठी में हार का सामना करना पड़ा तो, पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने करारी हार झेली।