जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: देश आज 73 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। राजपथ पर हिंदुस्तानी रंग में रंगी झांकिया, भारतीय शान में सिर ऊंचा किए जवानों की परेड ने इस उत्सव का आगाज किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचकर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान पीएम के साथ रक्षा मंत्री, राजनाथ सिंह, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, रक्षा सचिव अजय कुमार और सेना के तीनों अंगों यानि थलसेना, वायुसेना और नौसेना के प्रमुख मौजूद रहे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का काफिला घोड़ों पर सवार प्रेसीडेंट बॉडीगार्ड्स के साथ राजपथ पर पहुंचा। जहां प्रधानमंत्री ने उनका स्वागत किया। 10.26 पर ध्वजारोहण और राष्ट्रगान हुआ और फिर 21 तोपों की सलामी दी गई। इस दौरान राष्ट्रपति ने सलामी मंच पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के एएसआई बाबू राम को मरणोपरांत अशोक चक्र प्रदान किया। बाबू राम की पत्नी रीता रानी शांति काल में वीरता का सबसे बड़ा पदक ग्रहण किया।
आज ही के दिन 1950 में देश का संविधान लागू हुआ था और भारत गणतंत्र बना था। इसीलिए हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। 26 जनवरी 1950 को अंग्रेजों द्वारा बनाए गए गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 की जगह भारत का संविधान लागू हुआ था।
भारत का संविधान वैसे तो 26 नवंबर 1949 को ही बनकर तैयार हो गया था और इसे संविधान सभा की मंजूरी भी मिल गई थी। लेकिन इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था।