नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से ही धारा 144 लागू है। वहीं, घाटी में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल मौजूद है। हालांकि, जेएनयू की छात्रनेता शेहला रशीद ने दावा किया कि घाटी के हालात बेहद खराब है। वहीं, उनके भारतीय सेना और सरकार ने उनके बयान को सिरे से नकार दिया है।
जेएनयू की छात्रनेता शेहला रशीद ने जम्मू-कश्मीर के हालातों को लेकर 10 ट्वीट किए। उन्होंने लिखा कि घाटी के हालात सामान्य नहीं है। इस पर भारतीय सेना और सरकार के खिलाफ फर्जी खबर फ़ैलाने का आरोप लगा है, जिसको लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है।
उनके ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय सेना ने उनके द्वारा लगाये गए आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि इस तरह की फर्जी खबरें असामाजिक तत्वों और संगठनों द्वारा अनसुनी आबादी को भड़काने के लिए फैलाई जाती हैं।
वहीं, शेहला रशीद द्वारा भारतीय सेना और सरकार पर लगाये गए आरोपों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने शेहला के खिलाफ दिल्ली में आपराधिक मामला दर्ज करवाया है और उनपर भारतीय सेना और सरकार के खिलाफ फर्जी खबर फ़ैलाने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।