Parliament Budget 2024: संसद के बजट सत्र का आज आखिरी दिन है। तो वहीं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बताया कि 10 फरवरी को बैठक के दिन न तो शून्यकाल और न ही प्रश्नकाल होगा। हालांकि, बजट सत्र के आखिरी दिन दोनों सदनों में कुछ अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। जिसमें कि राम मंदिर और भारत रत्न के मुद्दे मुख्य फोकस पर रहे। दरअसल, पीयूष गोयल, धनखड़, सत्यपाल सिंह और जयंत चौधरी ने क्या कुछ कहा सदन में जानिए…
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह, पीवी नरसिम्हा राव गारू और डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि, “ये हमारे लिए गर्व का क्षण है कि पीएम मोदी ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देकर सम्मान दिया। कांग्रेस को आज जश्न मनाना चाहिए था कि उनके पूर्व पीएम को पीएम मोदी ने सम्मानित किया है। लेकिन दुर्भाग्य है कि उनके सरनेम में गांधी नहीं था। नेहरू, गांधी होता तो चल जाता। वह स्वयं को भारत रत्न देने में लगे हुए हैं। आज पूरा देश उनका गुणगान कर रहा है लेकिन नेता प्रतिपक्ष को चौधरी चरण सिंह, डॉ. एमएस स्वामीनाथन और पीवी नरसिम्हा राव गारू का अपमान करने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।”
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा
नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य कांग्रेस नेताओं से राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, “आपने चौधरी चरण सिंह का अपमान किया, आपने उनकी विरासत का अपमान किया। भारत रत्न चौधरी चरण के लिए आपके पास समय नहीं था। आज के दिन आप देश के हर किसान को आहत कर रहे हैं।”
बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने कहा
लोकसभा में ऐतिहासिक राम मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा शुरू होने पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने कहा, “मेरा सौभाग्य है कि मुझे 22 जनवरी को संसद के अंदर अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के बारे में बोलने का अवसर मिला। अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा देखना और पूजा करना ऐतिहासिक है।”
आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने कहा
तो वहीं जयंत चौधरी ने कहा, चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसला बहुत बड़ा है। कल इस घोषणा के बाद लोगों ने दिवाली मनाई। कल किसानों ने सीपी में मिठाइयां बांटी। इससे यही पता चलता है कि यह फैसला सिर्फ उनके परिवार तक ही सीमित नहीं था, बल्कि किसानों को मजबूत करने वाला फैसला था।